Haryana: गुरुग्राम में पढ़ाई कर रहे चार दोस्तों ने जेब खर्च कम मिलने के कारण चोरी को अपना “आय का जरिया” बना लिया। ये चारों छात्र—जो एलएलबी, सीए और बीकॉम की पढ़ाई कर रहे हैं—रात के समय कार लेकर निकलते और होटलों व घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों के टायर व रिम चोरी कर लेते। चोरी के बाद गाड़ियों को ईंटों पर खड़ा करके फरार हो जाते। क्राइम ब्रांच सेक्टर-43 की टीम ने इस गैंग का भंडाफोड़ करते हुए चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी करतूतों ने शहर में खड़े वाहनों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में रिषिकेश (निवासी सेक्टर-39, जढसा गांव), अर्जुन (निवासी जिला झज्जर, फिलहाल जढसा में किराए पर), पियूष राणा (निवासी पलवल, फिलहाल जढसा में किराए पर) और तुषार कुमार (निवासी मुंगेर, बिहार, फिलहाल पुरानी कचहरी, जढसा) शामिल हैं। सभी बचपन से दोस्त हैं और एक ही स्कूल में पढ़े हैं। ये लोग रात में अर्जुन की मारुति फ्रॉन्क्स कार में चोरी करने निकलते थे। टायर खोलने के लिए सभी के पास औज़ार मौजूद रहते थे। पुलिस के अनुसार, चोरी करने के बाद वे गाड़ी को ईंटों पर खड़ा कर देते ताकि किसी को तुरंत शक न हो।
पार्टियों के शौक ने बनाया चोर
16 नवंबर को सेक्टर-40 थाना पुलिस को उदय नगर, सेक्टर-45 में खड़ी एक कार के चारों टायर चोरी होने की शिकायत मिली। मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसके बाद क्राइम ब्रांच सेक्टर-43 की टीम ने शुक्रवार को सेक्टर-49 से चारों युवकों को दबोच लिया। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पिछले दो महीनों से चोरी कर रहे थे और अब तक गुरुग्राम में कुल 14 चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। चोरी करने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्हें घर से पर्याप्त पॉकेट मनी नहीं मिलती थी, जबकि उन्हें क्लब और पार्टियों में जाने का काफी शौक था। इसी शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने चोरी की राह पकड़ ली।
उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे आरोपी
गिरफ्तार अभियुक्तों में अर्जुन रोहतक की एक यूनिवर्सिटी से बीए एलएलबी कर रहा है और चोरी में इस्तेमाल की गई कार भी उसी की है। रिषिकेश गुरुग्राम में सीए की पढ़ाई कर रहा है, जबकि पियूष और तुषार गुरुग्राम की यूनिवर्सिटियों से बीकॉम की पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर ले लिया है ताकि चोरी की अन्य वारदातों और इनके नेटवर्क के बारे में विस्तृत पूछताछ की जा सके। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जिन थाना क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं हुई हैं, वहां दर्ज मामलों में भी इनकी संलिप्तता की पुष्टि की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि गलत संगत और दिखावे की चाह युवा जिंदगी को अपराध की ओर धकेल सकती है।

















