Haryana News: रेवाड़ी जिले के बावल इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकलयुक्त पानी ने आसलवास और पगथला गांव के हालात बिगाड़ दिए हैं। करीब 100 एकड़ जमीन पर 2 से 3 फुट तक पानी भरने से खेतों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। आसलवास गांव का मुख्य प्रवेश द्वार बंद हो गया है, जिससे ग्रामीण अपने ही गांव में कैद होकर रह गए हैं।
लोगों को बाहर जाने के लिए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। स्थिति इतनी गंभीर है कि गांव के श्मशान घाट के चारों ओर भी पानी भर गया है, जिससे अंतिम संस्कार में भी दिक्कतें आ रही हैं।रेवाड़ी जिले के बावल इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्रियों के केमिकल युक्त पानी ने 100 एकड़ जमीन पर बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैंHaryana News

स्थानीय किसानों का कहना है कि फैक्ट्री मालिकों ने अंडरग्राउंड पाइपलाइन डालकर गंदा पानी गांव की सीमा में छोड़ा है। इससे न केवल खेती प्रभावित हो रही है, बल्कि केमिकलयुक्त पानी के कारण ग्रामीणों में त्वचा संबंधी रोग भी फैलने लगे हैं। किसान अब अपने खेतों में बुवाई तक नहीं कर पा रहे, जिससे उनकी आय पर सीधा असर पड़ा है। उन्होंने मांग की है कि हुए नुकसान की भरपाई फैक्ट्री मालिकों से करवाई जाए।
गांववासियों ने इस मुद्दे पर आंदोलन की तैयारी कर ली थी, लेकिन HSIIDC के अधिकारियों ने समाधान के लिए समय मांगा है। HSIIDC के प्रबंध निदेशक अशोक यादव ने बताया कि पानी निकालने के लिए पंप सैट लगा दिए गए हैं और जल्द ही किसानों को इस परेशानी से निजात दिलाई जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी किसान को आगे कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

















