Haryana News: हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की मनमर्जी से छुट्टियां लेने पर कड़ा नियम लागू किया है। अब शिक्षक बिना पूर्व अनुमति अवकाश नहीं ले सकेंगे। शिक्षा विभाग का कहना है कि बार-बार छुट्टी लेने से न केवल पढ़ाई प्रभावित होती है, बल्कि विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास पर भी असर पड़ता है।
शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों और खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे शिक्षकों की उपस्थिति और छुट्टियों पर कड़ी निगरानी रखें। जो शिक्षक बिना अनुमति अनुपस्थित पाए जाएंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
पढ़ाई पर असर
विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई जिलों से शिकायतें मिली थीं कि कुछ शिक्षक मनमर्जी से अवकाश लेकर स्कूल नहीं आते। कई बार छुट्टी की अनुमति तक नहीं ली जाती। इससे कक्षाओं का संचालन प्रभावित होता है और स्कूल का शैक्षणिक माहौल बिगड़ता है।
ऑनलाइन आवेदन और कार्रवाई
नई व्यवस्था के अनुसार शिक्षक अपनी छुट्टी का आवेदन समय से पहले ऑनलाइन पोर्टल पर देंगे। संबंधित अधिकारी की स्वीकृति मिलने पर ही अवकाश मान्य होगा। यदि कोई शिक्षक बिना स्वीकृति अनुपस्थित रहता है, तो उसकी उपस्थिति दर्ज नहीं की जाएगी और वेतन कटौती की कार्रवाई भी हो सकती है।
विभाग ने हेडमास्टर और प्रिंसिपल को निर्देशित किया है कि वे अपने स्कूल में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति की जांच करें। बार-बार अनुपस्थिति पाए जाने पर स्कूल प्रमुख पर भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। शिक्षा विभाग का मानना है कि अनुशासन सुधार कर ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है ताकि विद्यार्थी पूरे सत्र में नियमित और गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई प्राप्त कर सकें।

















