Haryana news: हरियाणा में MBBS परीक्षा घोटाले की जांच करेगी CID

घोटाले की जांच के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है और तीन अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त कर दिया
PD SHARMA PGIMS ROHTAK

Haryana news: हरियाणा के रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में एमबीबीएस परीक्षा में घोटाले का मामला सामने आने के बाद, राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए सीआईडी को जिम्मेदारी सौंपी है। इस मामले में अब तक जो भी जांच की गई थी, उसकी रिपोर्ट जिला कार्यालय से मांगी गई है। इसके अलावा, पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने इस घोटाले से जुड़े तीन निजी कॉलेजों के लिए एमबीबीएस और एमडी परीक्षा के परीक्षा केंद्र को बदलने का फैसला लिया है।

सीएम की यात्रा से पहले बड़ा निर्णय

यह निर्णय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के रोहतक दौरे से पहले लिया गया है, जिनका बुधवार को रोहतक में स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा का अनावरण करने का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री के दौरे से पहले यह कदम उठाए जाने से घोटाले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।

घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?

पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधिकारियों को एक छात्र द्वारा इसकी शिकायत करने के बाद यह घोटाला सामने आया। छात्र ने बताया कि कुछ छात्रों को परीक्षा में पास कराने के लिए पैसे लिए गए थे। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू की और इसके लिए एक विशेष समिति का गठन किया, जो इस मामले पर अपनी रिपोर्ट एक महीने के अंदर पेश करेगी।

कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

इस घोटाले की जांच के बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है और तीन अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है। इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने छात्रों से 3 से 5 लाख रुपये तक की राशि ली थी, ताकि वे परीक्षा में पास हो सकें।

Haryana news: हरियाणा में एमबीबीएस परीक्षा घोटाले की जांच करेगी सीआईडी

जांच समिति का गठन

पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक जांच समिति गठित की है, जो पूरे मामले की गहन जांच करेगी। यह समिति जांच के बाद अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एमबीबीएस परीक्षा में घोटाले का असर

एमबीबीएस परीक्षा में इस घोटाले के सामने आने से प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार की ओर उंगली उठाई जा रही है। छात्रों और उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि कुछ लोग विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और इसके लिए पैसे ले रहे हैं। इस प्रकार के घोटालों का शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इससे छात्रों का मनोबल गिरता है।

क्या हैं सीआईडी जांच के उद्देश्य?

सीआईडी जांच के दौरान मुख्य रूप से यह देखा जाएगा कि घोटाले के पीछे किन कर्मचारियों का हाथ था और उनके साथ अन्य कौन से लोग शामिल थे। इसके अलावा, यह भी जांचा जाएगा कि ऐसे घोटालों को रोकने के लिए विश्वविद्यालय ने क्या कदम उठाए थे और क्या वे पर्याप्त थे। जांच का मुख्य उद्देश्य दोषियों को पकड़ना और उन्हें सजा दिलवाना है, ताकि भविष्य में ऐसे मामले न हों।

आगे क्या कदम उठाए जाएंगे?

जांच के परिणाम आने के बाद, जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का मानना ​​है कि इस घोटाले के सामने आने के बाद शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा और ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति को रोका जा सकेगा।

नौकरी से निलंबन और सेवा समाप्ति

घोटाले के मामले में अब तक दो कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है और तीन अन्य कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त किया गया है। इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने परीक्षा में छात्रों को पास कराने के लिए पैसे लिए। इस कदम के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के साथ हुए धोखाधड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।

छात्रों के लिए क्या किया जाएगा?

अब तक इस घोटाले के कारण प्रभावित छात्रों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई राहत योजना घोषित नहीं की है, लेकिन प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आगामी दिनों में ऐसे छात्रों के मामलों पर ध्यान दिया जाएगा और जिन छात्रों ने पैसा दिया था, उन्हें उचित राहत प्रदान की जाएगी।

पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की भूमिका

पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की भूमिका इस मामले में संदिग्ध रही है, क्योंकि जांच से यह पता चला है कि कुछ कर्मचारी और अधिकारियों ने जानबूझकर इस घोटाले को बढ़ावा दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

हरियाणा में एमबीबीएस परीक्षा घोटाले ने प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार को उजागर किया है और इससे छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ा है। सीआईडी की जांच से उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को सजा दिलाई जाएगी और भविष्य में इस तरह के मामलों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, विश्वविद्यालय प्रशासन को भी अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाना होगा और छात्रों के हित में कदम उठाने होंगे।