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Haryana: हरियाणा सरकार ने राज्य कर्मचारियों के लिए किया बड़ा ऐलान, जानें क्या है यह नया तोहफा

On: January 10, 2025 3:20 PM
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Haryana: हरियाणा सरकार ने अपने सरकारी कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम उठाया है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अब सरकारी कर्मचारियों के लिए मृत्यु-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा को 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया जाएगा। यह निर्णय कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए वित्तीय रूप से बड़ा सहारा साबित होगा।

कौन सा निर्णय लिया गया है?

हरियाणा सरकार ने घोषणा की कि सरकारी कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों के लिए मृत्यु-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा को 25 प्रतिशत बढ़ा दिया जाएगा। पहले यह सीमा 20 लाख रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया गया है। इस निर्णय का असर 1 जनवरी 2024 से लागू होगा और यह कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहारा साबित होगा।

ग्रेच्युटी क्या है?

ग्रेच्युटी एक प्रकार की परिभाषित लाभ योजना है, जिसे कर्मचारियों को उनकी सेवा अवधि के समाप्त होने पर दिया जाता है। यह राशि कर्मचारियों को उनके सेवानिवृत्ति, त्यागपत्र, या मृत्यु के समय वित्तीय सहायता के रूप में दी जाती है। यह एक सुरक्षा जाल के रूप में काम करती है, ताकि कर्मचारी अपनी सेवा समाप्ति के बाद या किसी दुर्घटना के कारण मृत्यु के बाद अपने परिवार के लिए एक वित्तीय मदद का स्रोत छोड़ सके।

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किसे मिलेगा लाभ?

अब सभी सरकारी कर्मचारी और न्यायिक अधिकारी मृत्यु-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी के तहत 25 लाख रुपये तक का भुगतान प्राप्त करेंगे। पहले यह सीमा 20 लाख रुपये थी। इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों के परिवारों को अधिक वित्तीय सुरक्षा मिलेगी। इस निर्णय को मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में स्वीकृति दी गई थी।

Nayab singh saini

मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों के परिवारों को अधिक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। जब कोई कर्मचारी सेवानिवृत्त होता है या निधन हो जाता है, तो उसके परिवार को यह राशि प्रदान की जाती है ताकि उनका जीवन स्तर बनाए रखा जा सके और उन्हें किसी प्रकार की आर्थिक कठिनाई का सामना न करना पड़े।

ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972 के तहत लागू योजना

यह योजना ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972 के तहत लागू की जाती है। इस अधिनियम के तहत, यदि कोई कर्मचारी किसी संगठन में लगातार 5 साल या उससे अधिक समय तक सेवा करता है, तो उसे ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाता है। यह एक सुरक्षा योजना के रूप में काम करती है ताकि कर्मचारियों के परिवारों को सेवानिवृत्ति या मृत्यु के समय वित्तीय सहायता मिल सके।

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इस निर्णय के फायदे
  1. कर्मचारियों के परिवारों के लिए आर्थिक सुरक्षा: इस निर्णय से कर्मचारियों के परिवारों को सेवानिवृत्ति या मृत्यु के समय अधिक वित्तीय सुरक्षा प्राप्त होगी। यह उन्हें जीवन यापन में किसी प्रकार की कठिनाई से बचाएगा।
  2. राज्य कर्मचारियों के लिए राहत: अब सरकारी कर्मचारियों और न्यायिक अधिकारियों को मृत्यु-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी के तहत अधिक राशि मिलेगी, जिससे उनकी सेवानिवृत्ति के बाद की जिंदगी में कोई वित्तीय संकट न हो।
  3. सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता: इस निर्णय से यह साबित होता है कि हरियाणा सरकार सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए कदम उठा रही है।
  4. बढ़ी हुई सीमा का प्रभाव: 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी से कर्मचारी और उनके परिवार ज्यादा लाभ प्राप्त करेंगे, जो उनके वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करेगा।
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इस निर्णय के लागू होने के बाद कर्मचारियों की स्थिति

मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में इस निर्णय की स्वीकृति के बाद कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार होगा। यह कदम उन कर्मचारियों के लिए राहत का कारण बनेगा, जो अपनी सेवा के बाद या दुर्भाग्यवश मृत्यु के बाद अपने परिवार को समर्थन देने के लिए ग्रेच्युटी का आश्रय लेते हैं। अब उनका परिवार अधिक राशि प्राप्त करेगा, जो वित्तीय दृष्टिकोण से एक बड़ा सहारा साबित होगा।

हरियाणा सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है। 25 प्रतिशत की बढ़ी हुई सीमा से सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद या मृत्यु के समय मिलने वाली राशि में वृद्धि होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह निर्णय राज्य सरकार की कर्मचारी हितैषी नीतियों को दर्शाता है और कर्मचारियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है।

Harsh

मै पिछले पांच साल से पत्रकारिता में कार्यरत हूं। इस साइट के माध्यम से अपराध, मनोरंजन, राजनीति व देश विदेश की खबरे मेरे द्वारा प्रकाशित की जाती है।

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