Haryana : हरियाणा में एक बार भाजपा की रणनीति व मोदी की गारंटी फैल हो गई। इतना नहीं कई दिग्गजों को भी करारी हार से नायब सैनी की नींद उडी हुई है। अब भाजपा हार को लेकर मंथन करके नए रणनीति बना रहे है।
बता दे हरियाणा में साल 2019 में भाजपा ने सभी 10 लोकसभा सीटों पर क्लीन स्विप किया था। इस बार भाजपा को कम से कम आठ सीटों पर जीत की उम्मीद थी, लेकिन मतदाताओं ने भाजपा की रणनीति ध्वस्त कर दिया है।
रोहतक से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की सबसे बड़ी जीत हासिल की कि दूसरे दिग्गजो की नजरे झुक गई है। दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा के निवर्तमान सांसद डॉ. अरविंद शर्मा को 3 लाख 38 हजार 745 मतों के अंतर से हराया।
जानिए हरियाणा में कौन कौन दिग्गज चुनाव हारे: सिरसा में भाजपा के डॉ. अशोक तंवर, सोनीपत में भाजपा के मोहन लाल बडौली और रोहतक में डॉ. अरविंद शर्मा चुनाव , हिसार में रणजीत चौटाला, जजपा की नैना चौटाला, इनेलो की सुनैना चौटाला, अंबाला में भाजपा की बंतो कटारिया हार गए है।
कांग्रेस कीदूसरी सबसे बड़ी जीत सिरसा में हुई, जहां कांग्रेस की कुमारी सैलजा ने भाजपा के डॉ. अशोक तंवर को 2 लाख 68 हजार 497 मतों से हराया। करनाल से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा को 2 लाख 19 हजार 156 मतों से हराया।
कुमारी सैलजा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा पांचवीं बार बने सांसद: उत्तर हरियाणा यानी जीटी रोड बेल्ट पर पड़ने वाली चार लोकसभा सीटों में से दो करनाल और कुरुक्षेत्र पर भाजपा ने चुनाव जीते, जबकि जबकि दो सीटों सोनीपत और अंबाला में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया। कुमारी सैलजा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा दोनों पांचवीं बार सांसद बने हैं।
















