हरियाणा: सीएम हरियाणा मनोहर लाल ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालो को किसी कीमत पर बख्शा ही जाएगा। अभी हाल में शहरी निकाय निदेशालय की ओर से पेयजल, जल निकासी व सीवरेज प्रबंधन को लेकर किए गए फर्जीवाडे में 5 अधिकारियो को निलंबित कर दिया गया है। हालाकि इस गोलमाल मे दो अधिकारी सेवानिवृत भी हो चुके है।Haryana crime: मृतको की 6 लाख रूपए पैंशन डकार गए डाककर्मी, ऐसे खुला राज
जानिए क्या था आरोप: पेयजल, जल निकासी व सीवरेज प्रबंधन को लेकर पांचो अधिकारियो ने फर्जीवाडा किया था। जब जाचं की तो गोलमाल मिला। पांचो अधिकारियो को निलंबित किया गया है। इतना ही नहीं इनमे दो अधिकारी सेवा निवृत हो चुके है, ऐसे मे उनकी पैंशन रोक दी गई है।
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ये किए सस्पेड:
1.हिसार नगर निगम के कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार
2.फतेहाबाद के कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक
3.सिरसा नगर निमग के जेई अनिल
4.हिसार के एमई कर्मपाल
5.हिसार के इंजीनियर अंकुर
दो की रोकी पैंशन: नगर निकाय पंचकूला के रिटायर्ड चीफ इंजीनियर डीआर भास्कर और रिटायर्ड असिस्टेंट इंजीनियर प्रवीण वर्मा पर अंडर रूल 12 के तहत पेंशन रोकने के आदेश जारी किए गए हैं।
20 से ज्यादा शहरों में चल रह है प्रोजेक्ट
अमृत योजना के तहत हरियाणा के 20 से ज्यादा शहरों में प्रोजेक्ट चल रहे हैं। हिसार में करीब 130 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन बिछानी थी। अक्टूबर 2018 में टेंडर अलॉट किया गया, लेकिन नियमित कार्य न करने पर एजेंसी को 2021 नोटिस दिए गए।
इसके बाद क्लोज टू के दो बार नोटिस दिए गए। जिसके बाद क्लोज थ्री का नोटिस देते हुए कंपनी का टेंडर रद कर दिया गया। नगर निगम ने एजेंसी को 18 करोड़ का भुगतान किया था। इस मामले की जांच विजिलेंस ने की और पेमेंट भुगतान में साजिश पाई गई। इसी के चलते सभी अधिकारियों पर कारवाई की गई।