हरियाणा में डॉक्टर इस दिन रहेंगे हड़ताल पर, एसोसिएशन ने दी चेतावनी, जानिए क्यां है मांगेे

हरियाणा: सावधान। मांगो को लेकर फिर चिकित्सको सरकार को चेतावनी दी है। हरियाणा राज्य में डॉक्टर 9 दिसंबर को कलम छोड़ हड़ताल करेंगे। मांगों को लेकर यह हड़ताल सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के बैनर तले की जाएगी।Sukhdev Singh Murder: गहलोत और DGP पर भी मामला दर्ज, दो पुलिसकर्मी सस्पेंड, आज होगा दाहसंस्कार

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इस दिन दो घंटों के लिए सुबह 9 बजे से 11 बजे तक कलम छोड़ हड़ताल रहेगी। इस संबंध में डाक्टरों ने बैठक कर यह फैसला लिया है। डॉक्टर एसोसिएशन अपनी चार मांगो को बार- बार लिखित में दे चुका है। इसके बावजूद मांगें पूरी नहीं की गई। अब वे आंदोलन करने पर विचार कर रहे हैं

 

सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (Haryana Civil Medical Services Association) के बैनर तले 9 दिसंबर को एक बार फिर प्रदेश के डॉक्टर दो घंटे के हड़ताल पर रहेंगे। एसोसिएशन की ओर स्वास्थ्य विभाग की ACS को पत्र लिखा गया, जिसमें उन्होंने अपनी माँगो का ज़िक्र किया।रेवाड़ी रेलवे स्टेशन का 32 करोड से होगा कायाकल्प, गेट पर लगेगी राव तुलाराम की प्रतिमा

 

जानिए क्या है मांगे: एसोसिएशन की माँग है कि SMO के पद पर सीधी भर्ती न की जाए। डॉक्टर को तीन की बजाय चार ACP दी जाए। साथ ही, PG करने वाले डॉक्टर से एक एक करोड़ रुपये बॉण्ड भरवाने की शर्त भी हटायी जाए। ये मांग पत्र पिछले दो साल से अधर में लटका हुआ है।

फिर दी चेतावनी
कई जगहों पर स्त्री रोग विशेषज्ञ तक नहीं हैं। स्वास्थ्य मंत्री को कई बार मांगों के बारे में अवगत कराया गया, लेकिन कोई भी मांग पूरी नहीं हुई। चेयरमैन का कहना है कि इस बार शनिवार को दो घंटे की हड़ताल के बाद भी मांगें नहीं मानी गईं तो रविवार को आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
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दो साल से कोई सुनवाई नहीं
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजेश ख्यालिया, महासचिव डॉ. अनिल यादव और मीडिया समन्वयक डॉ. अमरजीत चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों के लिए अलग कैडर बनाने का निर्णय लिया गया था लेकिन दो साल बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया गया।

 

एसोसिएशन की ओऱ से सेहत मंत्री अनिल विज को भी लिखित में दिया गया था। मंत्री ने 2021 में पत्र जारी कर साफ कर दिया था कि सीधे एसएमओ की भर्ती नहीं होगी। लेकिन गुपचुप तरीके से इस तरह का प्रस्ताव दोबारा शुरू कर दिया गया है। इस बारे में भी एसोसिएशन ने डीजी हेल्थ से मिलकर आपत्ति की है।