Double Murder in Rohtak: बदमाशो का मोबाइल खोलेगा हत्या का राज

हरियाणा: झज्जर जिले की सीमा से सटे रिटौली गांव में सीएससी  (CSC) पर बाइक सवारों ने अंधाधुंध फायरिंग ( firing)  से दो लोगो की हत्या कर दी। केंद्र में आए ग्राहक को भी चार गोलियां मारीं। बदमाशो का मोबाइल पुलिस को मिल गया है। अब मोबाइल से बदमाशो का राज खुल सकता है।

बुजुर्ग ने दिखाया हौसला: दोहरे हत्याकांड में 60 वर्षीय राजेंद्र का हौसला और बहादुरी काबिलेतारीफ है। हथियारबंद बदमाशों से यह बुजुर्ग निहत्था ही भिड़ गया। बाइक पर भाग रहे तीन बदमाशों में से एक को अपनी बाजुओं में इस तरह जकड़ा की वह छटपटा कर रह गया। चाह कर भी अपने को छुड़ा नहीं सका तो साथी बदमाशों ने बुजुर्ग को गोली मार दी। कमर व छाती पर गोली लगने के बाद भी बुजुर्ग की पकड़ ढीली नहीं हुई। सांसों ने साथ छोड़ा तब भी बदमाश की जैकेट मुट्ठी में थी। हर कोई इस बुजुर्ग की हिम्मत को सराह रहा है।

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परिजनों ने बताया कि राजेंद्र झज्जर जाने वाली सड़क की ओर से आ रहा था। घर से करीब 20 कदम दूर उसे बेटे के सीएएसी केंद्र में गड़बड़ महसूस हुई। गोलियाें की शोर और बाइक पर भागते युवकों को देख वह सतर्क हो गया। ग्रामीणों ने पकड़ो-पकड़ो का शोर किया तो वह उनकी बाइक के आगे अड़ गया। इनमें से एक को बुजुर्ग ने अपनी बाजुओं में जकड़ लिया। युवक के प्रयास के बावजूद उसे नहीं छोड़ा। अपने साथी को फंसते देख बदमाशों ने राजेंद्र को गोली मार दी। इसके बाद भी बदमाश को नहीं छोड़ा तो वह अपनी जैकेट छोड़ कर भाग गया। इसमें पिस्तौल, उसका मोबाइल व कुछ अन्य सामान भी था। पुलिस ने इसे अपने कब्जे में ले लिया है।

 

 

मोबाइल खोल सकता है मामले की पोल
बदमाश की जैकेट से मिला सामान पुलिस को उन तक पहुुंचने में मदद कर सकता है। सबसे अहम उनका मोबाइल साबित हो सकता है। इसमें बदमाशों ने किसी से कब और कितनी बात की यह पता लगाया जा सकता है। इससे संदिग्ध लोगों के चेहरों से भी नकाब हट सकता है।
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शव उठाने को लेकर बना तनाव
ग्रामीणों में राजेंद्र की हत्या को लेकर खासा रोष है। उनका कहना है कि गांव में दो गैंग बने हुए हैं। ये अक्सर आपस में लड़ते झगड़ते रहते हैं। पिछले महीने 26 जनवरी को भी इनके बीच गोलियां चली थीं। यह सब इनका आपसी मामला था। अब तो ये बेखौफ हो गए हैं। किसी के घर में घुस कर महिलाओं के सामने लोगों की हत्या कर रहे हैं। राजेंद्र का तो कोई कसूर भी नहीं था।
उसे क्यों मारा। यह तो अब अति हो गई है। इस मुद्दे को लेकर गांव में तनाव का माहौल बन गया। यहीं नहीं, ग्रामीणों ने करीब पौने घंटे पुलिस को राजेंद्र का शव तक नहीं उठाने दिया। बाद में एसपी व एएसपी ने उन्हें समझाया व कार्रवाई का विश्वास दिलाया तो वे माने और देर शाम शव पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई भिजवाया गया।
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