विपक्ष ने कहा सरेआम लोकतंत्र की हुई है हत्या, समझिए हार जीत का खेला
Chandigarh Mayor Election : मेयर चुनाव को लेकर जिसका डर था वहीं हो गया है। भाजपा की मनमानी के चलते जहां पहले ही सवाल उठाए जा रहे थे वही अब मामला हाई कोट (High Court) मे पहुंच गया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ने बीजेपी पर धांधली कर चुनाव जीतने का आरोप लगाया है।

सरेआम हुई लोकतंत्र की हत्या, अब कोर्ट का सहारा
चंडीगढ़ मेयर चुनाव मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुए। परिणाम के बाद ( Chandigarh Mayor Election)भाजपा की जीत के बाद आइएनडीआइए गठबंधन और भाजपा फिर से आमने-सामने आ गए हैं। दोनों के बीच घमासान मच गया है।Rewari News: मांगो को लेकर कोसली के विधायक परिवहन मंत्री से मिले, इन मांगो पर बनी सहमति
याचिका में चुनाव को अवैध घोषित करने के साथ ही पीठासीन अधिकारी के खिलाफ मतपत्र चोरी का मामला दर्ज करने की मांग की गई है। अब देखना यह है क्या कोर्ट इसको लेकर कोई कार्रवाई करेगा, क्या ये मेयर चुनाव दोबार होगा।
जानिए वोट की राजनीति का खेल
कांग्रेस और आप उम्मीदवारों के पक्ष में पड़े 20 वोटों में से 8 वोट खारिज हो गए। ( Mayor Election)साझा उम्मीदवार के लिए सिर्फ 12 वैध वोट बचे थे। बीजेपी उम्मीदवार मनोज सोनकर के पक्ष में 16 वोट पड़े जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को 12 वैध वोट मिले। वोटों की गिनती के बाद बीजेपी प्रत्याशी को विजयी घोषित किया गया।
20 वोट के बावजूद विपक्ष कैसे हारा
हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में मेयर चुनाव में की जीत के साथ ही विपक्ष ने मेयर चुनाव ( Mayor Election)को लेकर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं और एक सांसद का वोट होता है। कुल 36 वोटों मे विपक्ष का 20 वोटो पर कब्जा है।Rewari News: मांगो को लेकर कोसली के विधायक परिवहन मंत्री से मिले, इन मांगो पर बनी सहमति
आदमी पार्टी के 13 और कांग्रेस के 7 मिलाकर वोटों की संख्या 20 थी। जब दोनों पार्टियों ने हाथ मिलाया और साझा उम्मीदवार उतारा तो मेयर चुनाव में गठबंधन की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन जब नतीजे आए तो बीजेपी ने जीत दर्ज की है।
















