सावधान: इस बार दो दिन है रक्षाबंधन, शूर्पणखा ने रावण को भद्रा काल में बांधी थी राखि, आप भी न करें ये गलती

Raksha Bandhan: रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है, जिसे मनाते तो सिर्फ एक दिन हैं, लेकिन इससे बनने वाले रिश्ते जिंदगी भर निभाए जाते हैं। हालांकि इस साल भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन एक नहीं बल्कि 2 दिन माना जा रहा है।

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हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल सावन महीने की पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। भारत में वैसे तो कई तरह के पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन रक्षाबंधन का अलग ही महत्व है।Haryana: पानीपत टेक्सटाइल मिल में लगी भंयकर आग, लाखों का हुआ नुकसान

जानिए क्या है इस पर्व की महत्ता: इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं भाई प्रेमरूपी रक्षा धागे को बंधवा कर बहन की उम्र भर रक्षा करने का संकल्प लेते हैं।

जानिए इस बार क्यों है दो दिन रक्षाबंधन
हिंदू धर्म में मान्यता है कि यदि श्रावण पूर्णिमा तिथि पर भद्रा का साया हो तो भद्राकाल तक राखी नहीं बांधी जा सकती है। क्योंकि भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। यही कारण है इस बार रक्षाबंधन का पर्व 30 और 31 अगस्त दो दिन मनाया जाएगा।raksha bandhna

भद्रा में राखी बांधने से क्या है परेशानी

भद्राकाल में राखी नहीं बांधनी चाहिए। यह भी कहा जाता है कि भद्रा में राखी बांधने से भाई की उम्र कम होती है।कहा जाता है कि शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को भद्रा काल में राखी बांध दी थी, जिस वजह से रावण के पूरे कुल का सर्वनाश हो गया।

जानिए रक्षा बंधन का समय

30 अगस्त को पूर्णिमा तिथि की शुरुआत से ही यानी सुबह 10 बजकर 58 मिनट से भद्रा शुरू हो जा रही है और रात 09 बजकर 01 मिनट तक है।Rape in Rewari: नौकरी के लिए रेवाड़ी बुलाया, नशीला पदार्थ पिलाकर दो युवतियो से किया दुष्कर्मRAKHI

पंचांग के अनुसार सावन महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से हो रही है। इसका समापन 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर होगा।

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 2023

30 अगस्त को राखी बांधने का मुहूर्त- रात 09 बजकर 01 से
31 अगस्त को राखी बांधने का मुहूर्त: सूर्योदय काल से सुबह 07 बजकर 0