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Car Loan: कार लोन लेने से पहले जानें 20/4/10 नियम, नहीं तो होगा पछतावा

On: February 10, 2025 11:21 AM
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Car Loan: पहले जब लोग कार खरीदते थे, तो यह एक विलासिता मानी जाती थी। लेकिन अब कार किसी की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी है। आजकल ज्यादातर लोग अपनी ज़िंदगी के एक हिस्से के रूप में कार खरीदते हैं। अगर आप नौकरी करते हैं, तो बैंक आसानी से कार लोन प्रदान करते हैं।

 

लेकिन जब आप कार लोन लेते हैं, तो यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि कार एक मूल्यह्रास संपत्ति है। इसका मतलब है कि जैसे-जैसे समय बीतता है, कार की कीमत घटती जाती है। इस तरह की स्थिति में कार लोन लेने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए, जैसे कि लोन की अवधि और किस तरह का कार लोन आपके लिए सबसे उपयुक्त होगा।

20/4/10 नियम: क्या है?

बहुत से लोग यह सोचते हैं कि कौन सा बजट कार उनके लिए सबसे उपयुक्त होगा और कितना कार लोन लिया जाना चाहिए। इस सवाल का उत्तर देने के लिए एक लोकप्रिय नियम है, जिसे 20/4/10 नियम कहा जाता है। यह नियम ग्राहक की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोन लेने की सलाह देता है। इस नियम के अनुसार, यदि आप कार खरीदने का निर्णय लेते हैं, तो आपको इन तीन शर्तों को पूरा करना होगा:

1. 20 प्रतिशत डाउन पेमेंट

20/4/10 नियम के अनुसार, कार खरीदते समय आपको कम से कम 20 प्रतिशत या उससे अधिक रकम डाउन पेमेंट के रूप में देना चाहिए। इसका मतलब है कि यदि आप कार की कीमत 5 लाख रुपये मानते हैं, तो आपको 1 लाख रुपये डाउन पेमेंट के रूप में देना होगा। यह पहले और सबसे महत्वपूर्ण नियम है। अगर आप डाउन पेमेंट में यह राशि देने में सक्षम नहीं हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपको अपनी कार खरीदारी को पुनः विचार करना चाहिए।

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2. 4 साल या उससे कम की लोन अवधि

दूसरी शर्त यह है कि कार लोन की अवधि 4 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। यानी आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप जो कार लोन ले रहे हैं, उसकी चुकौती अवधि 4 साल या उससे कम हो। लंबे समय तक कार लोन लेने से आपको ब्याज पर अधिक खर्च करना पड़ सकता है, जो कि आपकी वित्तीय स्थिति के लिए नकारात्मक हो सकता है। इसलिए, 4 साल के भीतर लोन चुकता करने के लक्ष्य के साथ ही कार लोन लें। इस तरह से, आप अपनी कार को जल्दी से मुआवजा कर सकते हैं और उसमें आई मूल्यह्रास से बच सकते हैं।

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3. मासिक वेतन का 10 प्रतिशत से कम ट्रांसपोर्टेशन खर्च

तीसरी शर्त के अनुसार, आपकी कुल ट्रांसपोर्टेशन लागत, जिसमें कार की ईएमआई, ईंधन, और रखरखाव के खर्च शामिल हैं, आपकी मासिक आय का 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। इसका मतलब है कि आपकी कार ईएमआई, पेट्रोल और कार के रखरखाव पर जो खर्च हो रहा है, वह आपकी मासिक आय का 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, यदि आपकी मासिक आय 50,000 रुपये है, तो आपकी ट्रांसपोर्टेशन लागत 5,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपकी वित्तीय स्थिति संतुलित रहे और कार खरीदने से आपकी अन्य ज़रूरतें प्रभावित न हों।

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कैसे चुनें सही कार?

अब जब आप 20/4/10 नियम को समझ चुके हैं, तो अगला सवाल यह है कि कौन सी कार आपके बजट और ज़रूरतों के अनुसार सबसे उपयुक्त होगी? यह निश्चित रूप से आपकी व्यक्तिगत पसंद और आवश्यकता पर निर्भर करता है। आपको अपनी कार का चयन इस प्रकार से करना चाहिए कि वह आपकी वित्तीय स्थिति और ट्रांसपोर्टेशन के खर्चों के अनुकूल हो।

उदाहरण के लिए, अगर आप शहर के भीतर छोटी दूरी तय करते हैं, तो एक छोटी हैचबैक कार आपके लिए उपयुक्त हो सकती है। यदि आपके पास परिवार है और आपको लंबी दूरी तय करनी होती है, तो एक मिड-साइज़ सेडान या एसयूवी आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकती है। इसी तरह, आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी कार का रखरखाव और ईंधन खर्च आपकी आय के अनुरूप हो।

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कार लोन पर ब्याज दर

बैंक कार लोन के लिए अलग-अलग ब्याज दरें प्रदान करते हैं। ब्याज दर का निर्धारण बैंक की नीतियों और आपकी वित्तीय स्थिति के आधार पर होता है। उदाहरण के लिए, SBI की ब्याज दर 9.10% से शुरू होती है, जबकि Canara Bank 8.70% ब्याज दर पर लोन दे रहा है। HDFC Bank की ब्याज दर 9.40% से शुरू होती है और ICICI Bank की ब्याज दर न्यूनतम 9.10% है।

इन ब्याज दरों का असर आपकी ईएमआई पर पड़ेगा, इसलिए जब आप लोन के लिए आवेदन करें, तो बैंक से ब्याज दर के बारे में पूरी जानकारी लें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी लोन अवधि आपके वित्तीय हालात के अनुकूल हो।

20/4/10 नियम एक अच्छा तरीका है कार लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करने का। यह नियम आपको यह समझने में मदद करता है कि आपको कितनी रकम डाउन पेमेंट के रूप में देना चाहिए, लोन की अवधि कितनी होनी चाहिए और आपकी मासिक आय के मुकाबले ट्रांसपोर्टेशन खर्च कितना होना चाहिए। इससे आप न केवल कार खरीदने के फैसले को सही दिशा में ले सकते हैं, बल्कि आपकी वित्तीय स्थिति भी मजबूत रहती है।

Harsh

मै पिछले पांच साल से पत्रकारिता में कार्यरत हूं। इस साइट के माध्यम से अपराध, मनोरंजन, राजनीति व देश विदेश की खबरे मेरे द्वारा प्रकाशित की जाती है।

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