Breaking News: चंडीगढ़ स्थित प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमईआर (PGIMER) में कार्यरत करीब 3500 अनुबंधीय कर्मचारियों को अब “समान काम के लिए समान वेतन” का लाभ मिलने जा रहा है। यह फैसला राज्य और केंद्र सरकार की संयुक्त पहल के तहत लिया गया है, जिससे वर्षों से वेतन समानता की मांग कर रहे कर्मचारियों को बड़ी राहत मिली है। इस निर्णय के बाद सफाई कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड, किचन स्टाफ और अन्य सहायक सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी भी अब नियमित कर्मचारियों के बराबर वेतन पाने के हकदार होंगे।
नयी व्यवस्था के तहत सफाई कर्मचारी को अब 27,000 रुपये, सिक्योरिटी गार्ड को 28,000 रुपये और अटेंडेंट को 26,000 रुपये वेतन मिलेगा। इस फैसले से हर महीने पीजीआई पर करीब 3 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ आएगा, लेकिन कर्मचारियों को वर्षों बाद न्याय मिला है।
यह बदलाव तब संभव हुआ जब पीजीआई प्रशासन ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा और संयुक्त एक्शन कमेटी ने लगातार दबाव बनाए रखा। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल के हस्तक्षेप से आखिरकार फैसला हो सका।
जेएसी चेयरमैन अश्विनी मुंजाल ने कहा कि यह केवल वेतन का नहीं, सम्मान का मुद्दा था। कोविड के समय भी हमारे साथी डटे रहे, अब उन्हें उनका हक मिला है
यह फैसला अप्रैल 2024 में PGI प्रशासन द्वारा लिया गया था, जिसे केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय और वित्त मंत्रालय ने भी मंजूरी दी है। इस योजना के तहत अ बकाया वेतन (एरियर) के भुगतान के लिए बजट निर्धारित किया गया है।
गौरतलब है कि PGIMER में कुल स्टाफ का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा अनुबंध पर कार्य कर रहा है, जबकि नियमित कर्मचारियों की संख्या सिर्फ 20 प्रतिशत है। लंबे समय से समान वेतन की मांग को लेकर कई बार कर्मचारियों ने प्रदर्शन और हड़तालें की थीं। अब इस फैसले से संस्थान में कार्यरत हजारों कर्मचारियों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें कार्यस्थल पर सम्मान और सुरक्षा की भावना भी प्राप्त होगी।

















