Best24News: हरियाणा के नारनौल की वंदना यादव की शादी की खुशी में उनके परिजनों ने एक अनोखी परंपरा का पालन किया है। उन्होंने वंदना को घोड़ी पर बैठाकर उसका बनवारा निकाला, जो समाज में एक सकारात्मक संदेश देने वाली घटना मानी जा रही है। शादी के इस अनूठे समारोह में गांव के लोग भी शामिल हुए और आनंद मनाते हुए नाच-गाकर जश्न मनाया।
वंदना, जो कि एमकॉम की छात्रा है, अपने परिवार की इस पहल का हिस्सा बनकर खुशी का अनुभव कर रही हैं। उनके भाई, जो न्यूक्लीयर डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं, ने भी इस उत्सव को खास बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई। इस प्रकार की परंपराएं न केवल परिवार की खुशियों का प्रतीक होती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि समाज में बदलाव आ रहा है और लड़कियों को समानता का अधिकार दिया जा रहा है।
इस आयोजन ने गांव के लोगों को एकत्रित किया और सभी ने मिलकर एकजुटता और खुशियों का अनुभव किया। इस तरह के कार्यक्रम समाज में एक नई सोच को उजागर करते हैं, जहाँ लड़कियाँ भी शादी के अवसर पर विशेष रूप से सम्मानित और मनाया जाना चाहती हैं।
यह शादी निश्चित रूप से एक उत्सव का मौका है, जिसमें वंदना और रमन दोनों के परिवारों का एक खुशी का मिलन होगा। वंदना का परिवार पढ़ा-लिखा और सफल है, जो यह दिखाता है कि शिक्षा उनके लिए महत्वपूर्ण है। रमन का एमबीए करना और एक प्रतिष्ठित बैंक में नौकरी करना भी उनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है।
शादी की तिथि तीन मार्च तय की गई है, और यह निश्चित रूप से एक यादगार दिन होगा, खासकर जब बारात रेवाड़ी से आएगी। यह समारोह दोनों परिवारों की एकता और खुशी को मनाने का अवसर प्रदान करेगा। ऐसे खास अवसरों पर सभी को एक साथ मिलकर खुशियों का साझा करना चाहिए।
इस प्रकार के कार्यक्रमों में पारिवारिक संबंधों की मजबूती भी बढ़ती है और एक नए रिश्ते की शुरुआत के लिए सुखद वातावरण तैयार होता है। उम्मीद है कि वंदना और रमन का जीवन खुशियों से भरा हो

















