Ayushman Bharat Yojana: देशभर में निशुल्क ईलाज के चलाई गई आयुष्मान भारत योजना हरियाणा में दम तोडने लग गर्ह है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हरियाणा में 700 से ज्यादा अस्पतालों ने मुफ्त स्वास्थ्य सेवा पर रोक लगा दी है। सबसे अहम बात यह है सरकार को सारे मैंटर का पता होने के बावजूद वह इसको लेकर गंभीर नही है।
Ayushman Bharat Yojana जानिए क्या है योजना: बता दे कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। इस योजना के चलते सालाना प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक की मुफ्त ईलाज किया जाता है। अगर अकेले हरियाणा की बात करें तो करीब 10.2 मिलियन व्यक्ति इस योजना का लाभ ले रहे है।
बता दे इस योजना के चलते नियमित परीक्षणों से लेकर सर्जरी तक की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर किया हुआ है। करोंडो लोग इस सेवा का लाभ उठा रहे है। लेकिन यह योजना हरियाणा सरकार के गले का फास बनती जा रही है।
Ayushman Bharat Yojana फ्री ईलाज क्यों रूका‘ आईएमए प्रधानो से मिली जानकारी के अनुसार हरियाण सरकार की ओर से अभी तक अस्पतालों को 20 से 25 प्रतिशत ही भुगतान मिला है। अस्पतालों के लाखों रुपये के बिल बकाया हैं। इस कारण आईएमए ने उपचार बंद करने का फैसला लिया है। कई बार पहले भी सरकार को इसको लेकर नोटिस दिया जा चुका है लेकिन बकाया बिलों को लेकर कोई गंभीर नहीं है।
आयुष्मान भारत योजना, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना (NHPM) भी कहा जाता है, भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है। इसका शुभारंभ 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- सामान्य लक्ष्य: यह योजना उन परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जो गरीब और सामाजिक रूप से पिछड़े हुए हैं।
- स्वास्थ्य कवर: योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। यह अस्पताल में भर्ती होने की प्रक्रियाओं, पहले से निर्धारित जटिलताओं, और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को कवर करता है।
- लाभार्थी परिवार: योजना का लाभ उन परिवारों को मिलेगा जो राष्ट्रीय आय गरीबी रेखा (NRLM) के अंतर्गत आते हैं और कुछ अन्य सामाजिक-आर्थिक मानदंडों को पूरा करते हैं।
- कैशलेस सेवा: योजना के तहत ऐसे अस्पतालों में कैशलेस सेवाएं उपलब्ध हैं, जो इस योजना से जुड़े हैं। इसका मतलब है कि लाभार्थियों को किसी भी प्रकार से तुरंत पैसे का भुगतान नहीं करना होगा।
- स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र: इसके तहत स्वस्थ भारत के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र यानी “आयुष्मान केंद्र” की स्थापना की गई है, जहाँ से समुदायों को स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं।
















