साइबर क्राइम रेवाडी: रिसर्च के लिए स्वीडन जाना था छात्रा को, उड़ान भरने से पहले ही साइबर ठगो ने उड़ा दिए ढाई लाख रुपए
रेवाड़ी: सुनील चौहान। शहर के मॉडल टाउन इलाके में रहने वाली एक छात्रा रिसर्च के लिए स्वीडन की उड़ान भरने से पहले ही साइबर ठगों का शिकार बन गई। छात्रा अंजलि गुप्ता के खाते से साइबर ठगों ने करीब ढाई लाख रुपए की नकदी उड़ा दी। बगैर OTP शेयर किए हुई इस ठगी की वारदात के बाद रेवाड़ी साइबर थाना पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
मोहाली स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) की छात्रा अंजलि गुप्ता को स्वीडन सरकार से एक रिसर्च में शामिल होने का निमंत्रण मिला था। स्वीडन रवाना होने से पहले अंजलि गुप्ता ने बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑनलाइन इंटरनेशनल कार्ड के लिए अप्लाई किया। तीन-चार मई को कार्ड मिलने के बाद अंजलि ने स्वयं कार्ड का पिन जनरेट कर पिन की जांच करने के लिए पिता राकेश गुप्ता को इंटरनेशनल कार्ड से कुछ राशि निकालने को कहा। राकेश गुप्ता के तीन बार एक-एक हजार रुपए की निकासी करने पर एक हजार रुपए निकले, परंतु खाते से तीन हजार रुपए कट गए। इसकी ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई गई।
8 मई को अंजलि को अनजान नंबर से फोन कॉल करने वाले व्यक्ति ने बैंक प्रतिनिधि के रूप में अपना परिचय दिया तथा खाते से कटे दो हजार रुपए वापस खाते में ट्रांसफर करने की बात कर उसे ठगी का शिकार बना लिया। और कई बार में उसके खाते से 2 लाख 49 हजार रुपए की नकदी हजम कर ली। अंजलि को 10 मई को स्वीडन जाना था और 8 मई को यह वारदात हो गई। शिकायत के बाद पड़ताल की और 4 जुलाई को साउथ रेंज रेवाड़ी साइबर थाने की पुलिस ने ठगी का केस दर्ज किया है।