Haryana: हरियाणा में 25 मई को लोकसभा चुनाव है। राव इंद्रजीत सिंह (rao inderjit singh) ने एक बात को लेकर अपनी ही पार्टी के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपनी यह नाराजगी धर्मबीर सिंह के चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक मंच से जताई है। उन्होंने कहा है कि चुनाव बाद इसकी खबर लूंगा।
जानिए क्या है नाराजगी: बता दे कि बराला को पार्टी हाईकमान ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election)संयोजक की जिम्मेदारी दी है। बराला को ही सभी स्टार प्रचारकों के शेड्यूल और उनके आने की सूचना संबंधित नेता को देनी होती है।
जिम्मेदार किसे ठहराऊंगा? धर्मबीर ने तो यह पूछ लिया कि तू आ रहा है कि नहीं आ रहा सुबह। इसे पार्टी वाले ये कहें कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम इंद्रजीत को सूचना कर देंगे। अब सूचना न दें तो किसकी जिम्मेदारी है भाई? जिस पार्टी वाले की यह जिम्मेदारी है, उसकी मैं इस इलेक्शन के बाद खबर लूंगा।
राव को नहीं मिली सूचना: 13 मई को महेंद्रगढ़ के अटेली में धर्मबीर सिंह की जनसभा थी। यहां राव इंद्रजीत सिंह भी पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि यदि आप (धर्मबीर) 3 मई की रात को फोन न करते तो मुझे पता ही नहीं चलता कि आप 4 मई को पर्चा भर रहे हैं।
कौन हैं सुभाष बराला
सुभाष बराला पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के करीबी हैं। वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बराला 2014 से 2019 तक फतेहाबाद जिले के टोहाना विधानसभा हलके से विधायक रहे हैं। 2019 में वह इसी सीट से विधानसभा चुनाव हार गए थे। उसके एक वर्ष बाद नवंबर 2020 में उन्हें हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया।
इसके बाद नवंबर 2023 में उन्हें हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण की कार्यकारी समिति का चेयरमैन भी नियुक्त किया गया। अब वह राज्यसभा सांसद हैं।
खबर तक नही मिली। राव साहब का आरोप है कि उसका जिम्मा 10 की 10 लोकसभा सीट जिताने का है। उन्हें 3 दिन मिले थे कि इंद्रजीत सिंह को खबर करो कि 4 तारीख को धर्मबीर पर्चा भर रहा है। 3 दिन तक इंद्रजीत को कानों खबर नहीं होने दी कि धर्मबीर 4 मई को पर्चा भर रहा है। बराला को फर्ज बनता हैे वह समय से पहले सूचना दे।