हरियणा: हरियाणा में डीजीपी की मनमर्जी के चलते गृह मंत्री के आदेश हवाई बने हुए है।जांच अधिकारियों (आईओ) के निलंबन का आदेश देने के तीन दिन बाद भी पुलिस विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की गई।दिल्ली मेें ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान के बाद अब इन वाहनों पर रोक ?
उन्होंने डीजीपी, एडीजीपी, आईजी समेत सभी पुलिस आयुक्तों व एसपी को वायरलेस पर लिया और सख्त निर्देश दिया। आदेश की पालना नही करने को लेकर गृहमंत्री अनिल विज गुस्से मे हैं। गृह मंत्री के आदेश को लेकर पुलिस प्रशासन से जबाब मांगा है अभी तक निलबंन क्यों नही किए गए।
इसे हमें सुधारना है ताकि लोगों को न्याय मिलें। विज ने कहा कि एक डीएसपी दहेज के एक मामले में पांच साल से उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है। उसे भी निलंबित किया गया है।खुशखबरी: इस स्पेशल एक्सप्रेस का ठकराव होगा अब रेवाडी में, जानिए समय सारिणी
विज ने निर्देश दिया कि इन 372 जांच अधिकारियों के अलावा जिन भी अन्य केसों में एक साल से लंबित किसी जांच अधिकारी की संलिप्तता है, उस जांच अधिकारी को भी निलंबन सूची में डालें। इतने मामलों का लंबित होना पुलिस विभाग की तस्वीर को दर्शाता हैा
372 जांच अधिकारियों को निलंबित करने की इतनी बड़ी कार्रवाई पहली बार देश में हुई है। मेरी जनता के प्रति जवाबदेही है। मेरे पास गृह विभाग है और लोगों को न्याय मिले, यह मेरा दायित्व भी है। – अनिल विज, गृह मंत्री, हरियाणा।