Haryana: महेंद्रगढ बस हादसे के बाद शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों के लिए जारी की गई एडवाइजरी, जाने क्या है हिदायतें

महेंद्रगढ बस हादसे के बाद शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों के लिए जारी की गई एडवाइजरी, जाने क्या है हिदायतें
महेंद्रगढ बस हादसे के बाद शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों के लिए जारी की गई एडवाइजरी, जाने क्या है हिदायतें

Haryana: महेंद्रगढ में स्कूल हादसे के बाद शिक्षा विभाग की नींद टूटी है। 6 बच्चो की बलि देने के बाद विभाग ने स्कूली की बसों की चैकिग शुरू करके चालान किए। हालाकि विभान की ये सबस खानापूर्ति की कार्रवाई है, जबकि धडल्ले से बिना नियमों की पालना करती हुई बसे दोड रही है।

जिला के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल संचालकों (Education News)  को ग्रीष्म ऋतु के दौरान विद्यार्थियों को लू तथा गर्मी की विभीषिका से बचाने के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी की गई एडवाइजरी की कड़ाई से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

हेतु आवश्यक कदम उठाने बारे- उन्होंने कहा कि ग्रीष्म ऋतु का आरम्भ हो गया है तथा इसका प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने स्कूल संचालकों को निर्देश दिए जिला के विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों को  (Haryana News)  गर्मी व लू से बचाने के लिए विशेष ध्यान रखते हुए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करें।

स्कूल संचालक इन बातों का रखें विशेष ध्यान :

1. किसी भी अवस्था में विद्यार्थियों को धूप में न बिठाया जाए।
2. किसी भी प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन खुली धूप में न किया जाए।
3. विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए साफ पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
4. सभी विद्यालयों में दिन में तीन बार पानी पीने के लिए घंटी बजाई जाए ताकि सभी विद्यार्थी समय अनुसार पानी पी सकें और शरीर में पानी की मात्रा को बरकरार रख सकें।

5. विद्यालयों में उपलब्ध रेडक्रॉस फंड में से लू से बचाव आदि के लिए ओआरएस के पैकेट्स की व्यवस्था की जाए।
6. सभी विद्यार्थियों के साथ गर्मी से बचने के उपायों पर चर्चा की जाए तथा व्यापक जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। आवश्यकतानुसार, स्थानीय स्तर पर आयुष विभाग से सम्पर्क किया जा सकता है।
7. किसी भी आपात स्थिति के संदर्भ में स्थानीय अस्पताल में सम्पर्क की व्यवस्था की जाए तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें।

 

8. खिडक़ी को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढक कर रखें ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके।
9. जिन खिड़कियों व दरवाजों पर दोपहर के समय गर्म हवाएं आती हैं, उन पर पर्दे लगाकर रखें।
10. स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क व सजग रहें।
11. विद्यार्थियों को कभी भी बंद स्कूल वाहन में अकेला न छोड़ें।
12. विद्यार्थियों को निर्देशित करें कि वे विद्यालय के पूर्ण अवकाश के बाद तथा छुट्टियों के दौरान जहां तक संभव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के सम्पर्क से बचें।

 

13. संतुलित, हल्का व नियमित रूप से पौष्टिक भोजन करें।
14. ऐसी किसी भी स्थिति जब घर से निकलना अपरिहार्य / आवश्यक हो तो विद्यार्थी अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से अच्छी तरह ढक कर रखें।
15. कक्षा-कक्ष के बाहर होने वाली बाहरी गतिविधियों को जहां तक संभव हो प्रात: 10 बजे तक अथवा इससे पूर्व करवाना सुनिश्चित किया जाए।