मध्यप्रदेश: चुनाव को लेकर सभी दल तैयारियोंं में लगे हुए है। हर पार्टी अपने अपने वोट बनाने के लिए नए नए दावे कर रही है। एमपी में 6 अक्टूबर से लेकर 14 अक्टूबर के बीच कभी भी पांच राज्यों के चुनावों का ऐलान हो सकता है।
आज हुई पर्यवेक्षकों की अहम बैठक
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों को लेकर शुक्रवार को दिल्ली में पर्यवेक्षकों की अहम बैठक हुई। इस बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अलावा दोनों चुनाव आयुक्त भी शामिल हैं। साथ ही जनरल ऑब्जर्वर, एक्सपेंडिचर और सिक्योरिटी ऑब्जर्वर भी मौजूद हैं।
चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही उसी वक्त से चुनाव की आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव आयोग की अहम बैठक भी चल रही है। इसके बाद कभी भी प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।
2003 के चुनाव के लिए 12 अक्टूबर को अधिसूचना जारी हुई थी।
2008 में 14 अक्टूबर को अधिसूचना जारी हुई थी।
2013 में 4 अक्टूबर को आचार संहिता लग गई थी।
2018 के विधानसभा चुनाव के लिए 6 अक्टूबर को घोषणा हुई थी।
नवंबर-दिसंबर में होंगे चुनाव
शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव आयोग की अहम बैठक हुई इसमें विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर समीक्षा की जा रही है। बैठक में चुनावी राज्यों के 900 से अधिक पर्यवेक्षक शामिल हुए हैं।Rewari GRP पर उठे सवाल, फिर हुई किरकरी, 15 दिन बाद लूट का मामला दर्ज
मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनाव नवंबर और दिसंबर में कराए जाएंगे। मध्यप्रदेश में एक चरण में चुनाव हो सकते हैं। चुनाव आयोग की ऐसी तैयारी चल रही है कि चुनाव के रिजल्ट 10 से 15 दिसंबर के बीच आ सकते हैं।
चुनाव आयोग पिछले 20 वर्षों से लगातार अक्टूबर के पहले और दूसरे सप्ताह में ही चुनाव की तारीखों का ऐलान करता रहा है। मध्यप्रदेश में चुनाव आयोग ने 4 अक्टूबर को फाइनल मतदाता सूची का प्रकाशन भी कर दिया है।
मध्यप्रदेश में नवंबर और दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव की तारीखों को लेकर कयास तेज हो गए हैं, मध्यप्रदेश पांच राज्यों के चुनावों की घोषणा 6 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच हो सकती है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया है। इस बार प्रदेश के 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 मतदाता वोट करेंगे। प्रदेश पुरुष मतदाता 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607, महिला मतदाता 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 और थर्ड जेंडर 1373 हैं।