मीरपुर (रेवाड़ी): इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आईजीयू) के छात्र कल्याण विभाग द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर “1947 की त्रासदी से 2047 के अखंड भारत का संकल्प” विषय पर (Rewari Akhand Bharat Sankalp) विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. असीम मिगलानी ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुरेश जैन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद कुलपति प्रो. असीम मिगलानी ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ, शाल और भागवत गीता भेंटकर सम्मान किया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. करण सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की, जबकि कुलसचिव प्रो. दिलबाग सिंह ने विद्यार्थियों को विभाजन त्रासदी और भारत की सांस्कृतिक अखंडता के महत्व से अवगत कराया।Partition Horrors Remembrance Day IGU Mirpur 2025

कार्यक्रम की मुख्य बातें:
विषय: 1947 की त्रासदी से 2047 के अखंड भारत का संकल्प
मुख्य वक्ता: श्री सुरेश जैन, राष्ट्रीय संगठन मंत्री, भारत विकास परिषद
अध्यक्षता: प्रो. असीम मिगलानी, कुलपति, आईजीयू
विशेष संदेश: देश की एकता, भाईचारे और सशक्त भारत के निर्माण का आह्वान
मुख्य प्रेरणा: डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन से सीखने का आग्रह
उपस्थित: विश्वविद्यालय के सभी विभागों के अधिष्ठाता, शिक्षक, गैर-शिक्षक कर्मचारी, विद्यार्थी एवं शोधार्थी
मुख्य वक्तव्य:
श्री सुरेश जैन ने 1947 के विभाजन की पीड़ा और मानवता पर पड़े गहरे घावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवाओं से सकारात्मक व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण करते हुए सशक्त, श्रेष्ठ और संगठित भारत के निर्माण का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने “पढ़ेंगे, बढ़ेंगे, देश को बढ़ाएंगे” का संकल्प दिलाया और राष्ट्र के प्रति प्रेम को जीवन का मूल मंत्र बनाने की प्रेरणा दी।

कुलपति प्रो. असीम मिगलानी ने विभाजन के दौरान हुए बड़े पैमाने पर जनहानि, अत्याचार और सांस्कृतिक विरासत के बंटवारे का उल्लेख करते हुए कहा कि आने वाला समय भारत के लिए विश्व को दिशा देने का होगा। उन्होंने सभी से देश की अखंडता बनाए रखने और मानव कल्याण में योगदान देने का आग्रह किया।
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. जागीर नगर ने किया और निदेशक युवा कल्याण प्रो. अदिति शर्मा ने मुख्य अतिथि, शिक्षकों व विद्यार्थियों का धन्यवाद किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

















