रेवाड़ी की कालोनियां क्यों नहीं हुई वैध, जानिए कौन है इसके लिए जिम्मेदार ?
रेवाड़ी: लंबे समय से इंतजार कर रहे रेवाडी वासियों को जलद ही खुशी की खबर मिलने वाली है। शहर की बची हुई 17 कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया सिरे चढ़ने की उम्मीद है। बताया जा रहा है अधिकारियो की खामियो के चलते वैध होने का कार्य लटका हुआ था।एम्स शिलान्यास की मांग को लेकर रेवाडी में बाइक रैली आज
अधिकारियों की ओर से दोबारा नियमित की जाने वाली कॉलोनियों की सूची भेज दी गई है। यदि यह कॉलोनियां सरकार के नियमों पर खरा उतरती हैं तो उनको नियमित किया जाएगा।
कॉलोनी शत-प्रतिशत विकसित हैं, उन्हें नियमित नहीं किया गया, जबकि जो कॉलोनी अभी पूर्ण रूप से विकसित नहीं हुई, उन्हें नियमित कर दिया गया है। ऐसे में इन कॉलोनियों में जमीन के भाव भी अचानक दोगुना हो गए हैं।
111 कॉलोनियों का भेजा था प्रस्ताव
नगर परिषद और डीटीपी की ओर से जिले की 111 कॉलोनियों का ड्रोन से सर्वे और तमाम औपचारिकता पूरी करने के बाद नियमित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन सरकार की तरफ से महज 14 को ही नियमित किया गया। ऐसे में पूर्ण रूप से विकसित कॉलोनियों में रहने वाले लोग अभी भी मूलभूत सुविधाओं के लिए इंतजार कर रहे हैं।Bhiwadi: खानपुर में रिटर्निंग ओफिसर के साथ मारपीट
जमीन के भावों मे आया उछाल: हालांकि करीब 15 साल पूर्व अस्तित्व में आईं शहर की 17 से अधिक कॉलोनियों को अभी नियमित होने का इंतजार है। इन कॉलोनियों में रहने वाले करीब 50 हजार लोगों को सीवर और पेयजल किल्लत से जुझना पड़ रहा है।
धारूहेडा में पिछले माह सात कालोनियों को नियमित किया गया था। शहर के बावल और बोलनी रोड पर स्थित कई कॉलोनियां को नियमित कर दिया गया है। नियमित होने से पूर्व यहां 15 से 16 हजार रुपये जमीन के भाव थे, लेकिन नियमित होने के बाद यहां के रेट बढ़कर 30 से 35 हजार रुपये वर्ग गज हो गए हैं।