भिवाड़ी: जिला कलक्टर की ओर से सीईटीपी कनेक्शन के लिए फील्ड में भेजी 17 अधिकारियों की टीम की ओर से दो दिन में किए गए सर्वे में अहम खुलासा किया है।भिवाड़ी में सीईटीपी कनेक्शन में नाम पर मोटी अवैध वसूली हो रही है।शूगर, ब्लैड प्रेशर व मोटापा के लिए रामवाण है ये गेंहू, 10 साल में तैयार गया है ये बीज
सर्वे में हुआ खुलासा: सीईटीपी से औद्योगिक इकाइयों के कनेक्शन को लेकर शनिवार को जिला कलक्टर डॉ. ओपी बैरवा ने वीसी के माध्यम से समीक्षा की। बैठक में बीडा, प्रदूषण, रीको, नगर परिषद, डीआईसी के अधिकारी उपस्थित हुए थे।
कनेक्शन के नाम पर इकाइयों से अनावश्यक रूप से दो दो लाख रुपए तक लिए गए हैं। इस बारे में कई इकाइयों के प्रतिनिधियों ने सर्वे टीम को इस बावत अवगत कराया है।
इस दौरान एक अधिकारी ने बताया कि कुछ इकाइयों से अनावश्यक रूप से रूपए लिए गए हैं, इसलिए कनेक्शन नहीं हो पा रहे हैं। जिन्होंने पैसे लिए हैं अब वे इकाइयों को गुमराह कर रहे हैं और सही स्थिति नहीं बता रहे हैं।बरोजगारों की बल्ले बल्ले: हरियाणा में लगेगें 200 रोजगार मेंले
सही सूचना न देकर कर रहे गुमराह: सर्वे यह भी पता चला है कुछ अधिकारी अपनी जेब भरे है। इस प्रकरण के बाद प्रशासन को यह समझ आ गया है कि पूरी चेन में कुछ कड़ी ऐसी हैं जो कि गुमराह करने का काम करती हैं और समय पर सही जानकारी नहीं देती। न ही समय पर काम करती हैं।
नहीं सूखा पानी: अलवर बाइपास पर जमा हुआ कैमिकल युक्त पानी अभी सूखा ही नहीं है। मजबूरी में लोगो को दूषित पानी के अदंर से ही जाना पड रहा है। भिवाडी में कंपनियोे से छोडे जा रहे पानी को लेकर काफी गोलमाल किया जा रहा है।














