Rewari News: जाट धर्मशाला बावल के भवन का किया भूमि पूजन

BHUMI PUJAN

Rewari News:  रसियावास रोड पर रविवार को जाट धर्मशाला बिल्डिंग की आधारशिला रखी। विधि विधान भवन निर्माण का कार्य आरंभ किया गया। इस मोके पर बावल-84 के प्रधान सुमेर जैलदार व पंच एवं सरपंचों के प्रतिनिधि व नंबरदार मौजूद रहे। इससे पहले हवन भी करवाया गया।

सुमेर जैलदार ने बताया कि कार्यकारिणी के सदस्य गांव में कार्यक्रम का निमंत्रण दे रहे थे जिसको लेकर लोगों में उत्साह था। रविवार में काफी लोगो ने पहुंचकर आधारशिला में सहयोग किया।

कमेटी करेगी देखरेख: लोगों ने बताया कि यह भवन सभी सर्व समाज के लिए काम आएगा और सभी को इसका लाभ मिलने जा रहा है। निर्माण कार्य की देखरेख के लिए कमेटी गठित की गई है जो निर्माण कार्य की देखरेख करेगी।

सरपंच एडवोकेट चरण सिंह ने कहा कि इलाके के लिए ऐसे भवन का निर्माण गर्व की बात है। महापुरुषों के नाम भवन का नाम रखने का सुझाव दिया। सभी ने सुझाव दिए।

 

Bhumi Pujan  क्या है?

 

आइए समझते हैं कि ‘भूमि’ का मतलब धरती माता है।  हमें उसका पूरा सम्मान करना चाहिए। घर का निर्माण शुरू करने से पहले हमेशा भूमि पूजन किया जाता है। Bhumi Pujan  के दौरान देवी-देवताओं की पूजा के अलावा पंडित प्रकृति के पांच तत्वों की पूजा भी करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार भूमि पूजन हमेशा घर की उत्तर-पूर्व दिशा में ही करना चाहिए। Rewari News

भूमि पूजन मुहूर्त : निर्माण कार्य शुरू करने से पहले  Bulding की आधारशिला रखी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भूमि पूजन के लिए बैसाख (मई), मार्गशीर्ष (दिसंबर), पौष (जनवरी) और फाल्गुन (मार्च) सबसे अच्छे महीने हैं। ज्योतिषियों के अनुसार श्रावण, माघ, भाद्रपद और कार्तिक महीने भी शुभ माने जाते हैं।

हालांकि, आषाढ़ शुक्ल से कार्तिक शुक्ल तक निर्माण कार्य शुरू न करने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक भगवान विष्णु इस अवधि में विश्राम करते हैं।

इसलिए, यदि आप इस चार महीने की अवधि के दौरान निर्माण कार्य शुरू करते हैं, तो आपको भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त नहीं हो सकता है। Rewari News