– मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना से जरूरतमंद परिवारों को मिलेगा डायरेक्ट लाभ : डीआईजी भसीन
– डहीना खण्ड में हुआ मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मेले का आयोजन
– डीआईजी नाजनीन भसीन ने एडीसी आशिम सांगवान सहित किया मेले का अवलोकन, पात्र परिवारों से की मेले का लाभ उठाने की अपील
रेवाड़ी, 8 दिसंबर
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ते कदम में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना अहम है। अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के प्रभावी रूप से क्रियांवयन के लिए अंत्योदय मेलों का आयोजन कर लाभपात्रों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से सीधे तौर पर लाभांवित किया जा रहा है। यह बात डीआईजी नाजनीन भसीन ने कही। वे बुधवार को खण्ड डहीना में आजादी अमृत महोत्सव की श्रंृखला में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित अंत्योदय मेले के दौरान संबंधित विभागों की योजनाओं को दर्शाती स्टॉल का अवलोकन कर रही थी। डीआईजी ने एडीसी आशिमा सांगवान, सीईओ जिप जयदीप कुमार व एएसपी पूनम दलाल दहिया के साथ योजना के लाभपात्रों से भी बातचीत की और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
डीआईजी नाजनीन भसीन ने कहा कि विभागीय स्तर पर प्रदत्त सेवाओं को तत्परता से सरल तरीके से योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सरकार अपना योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि जनसेवा को समर्पित हो मौजूदा सरकार के सात साल बेमिसाल रहे हैं और अंत्योदय की भावना से सरकार उल्लेखनीय कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्टार्ट अप योजना के माध्यम से लघु व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं। इसी तर्ज पर हरियाणा में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में गरीब परिवारों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लागू की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य अंत्योदय है। यह योजना गरीब उत्थान में मील का पत्थर साबित होगी।
डीआईजी ने कहा कि इस योजना के तहत लघु उद्यमियों को बढ़ावा दिया जा सकता है। इस योजना के तहत उन परिवारों को शामिल किया गया है जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपए से कम हैं और उनकी आय को एक लाख 80 हजार रुपए तक पहुंचाना लक्ष्य रहेगा। सरकार की ओर से तीन फेज में पात्रता निर्धारित की गई है और उसी अनुरूप योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को अंत्योदय मेले से दिया जा रहा है।
अंतिम व्यक्ति तक को योजना का लाभ पहुंचाने में सहायक हैं मेले : एडीसी
अंत्यादेय मेले में एडीसी आशिमा सांगवान ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य पंक्ति में खड़े अंतिम परिवार को आगे लाना है इसके लिए विभिन्न योजनाएं चिन्हित की गई हैं जो इन परिवारों की आमदनी बढ़ाने में मददगार होंगी। इनमें पात्रता के लिए एससी, बीसी, महिला, दिव्यांग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए कृषि, मत्स्य, पशुपालन व डेयरी जैसे व्यापारिक, औद्योगिक क्षेत्रों में व्यवसाय के साथ-साथ स्किलिंग में निपुण करने के लिए कंप्यूटर, चालक, सिलाई कढाई आदि के प्रशिक्षण भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अभियान के पहले चरण में 50 हजार से एक लाख रूपए वार्षिक आय तक के परिवारों को आय दोगुनी तक लेकर जाना है। इसके लिए बैंक का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान ही बैंक अधिकारी लोन संबंधी औपचारिकताएं पूरी करेंगे। किसी पात्र व्यक्ति को बैंक गारंटी की आवश्यकता हुई तो उसकी भी मदद सरकार करेगी। दूसरे चरण में जनवरी माह के दौरान इन अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों में मंजूर किए गए ऋण वितरित कर कार्य को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस प्रकार सेवाभाव से कार्य करते हुए हर किसी की कठिनाई दूर करके सरकार उनके लिए आमदनी दोगुनी करने के साधन मुहैया करवाने के लिए तत्पर है।
यह रहे मौजूद :
अंत्योदय मेले में जिला समाज कल्याण अधिकारी रेणू बाला, जोनल अधिकारी एवं जिला रोजगार अधिकारी राजेश सांगवान, बीडीपीओ श्याम लाल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।