हादसे को लेकर जांच करने महेश्वरी स्कूल पहुंची शिक्षा विभाग की टीम
धारूहेडा: दीवार के नीचे दबने से छठी कक्षा के बच्ची मोत को लेकर स्कूल प्रबंधन की नींद उड गई है। शुक्रवार को एडीसी रविंद्र पाटिल, डीईओ नसीब सिंह, बीईओ सतपाल धूपिया, डीइइओ विरेंद्र नारा जांच के स्कूल पहुंचे। टीम ने मौक पर निरीक्षण किया तथा स्टाफ व बच्चो ने भी पूछताछ की।
शोचालय के निरीक्षण के चलते अब एनजीओ की ओर से बनाए गए शोचालय की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जा रहे है। करीब चार साल पहले बनाया गए शोचालय की दीवार का गिरना एक बहुत बडा मुददा बन गया है।खाटू के लिए चलाई 2 स्पेशल ट्रेनें, यहां जनिए रूट व समय सारणी
बता दे महेश्वरी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में तीसरा पीरियड खत्म होने के बाद कृष्णा के अलावा अन्य बच्चे टॉयलेट के लिए गए थे। इसी दौरान करीब साढ़े 3 फीट ऊंची ईंटों की दीवार गिर गई। जिससे उसे गंभीर चोटें आई। हादसे के बाद स्कूल में अन्य बच्चे सहम गए। बच्चे को तुरंत भिवाड़ी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही इसकी सूचना कृष्णा के पिता लाखन सिंह को दी गई।
शाम को तोडा दम: लाखन सिंह तुरंत अस्पताल पहुंचा। कुछ देर बाद बच्चे ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। लाखन ने आरोप लगाया कि हादसा स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण हुआ है। अलग दीवार नहीं गिरती तो हादसा ही नहीं होता। शुक्रवार को पुलिस नेे शव परिजनो का सोंप दिया है।
बच्चे की मौत का हमें बडा दुख है। हम परिवार के साथ खडे हुए है। इस्तफाक जो हादसा हुआ है, जिसको लेकर स्कूल प्रबधन में बडा शोक जाहिर किया। जा सहायता हमारे होगी व बच्चे के माता पिता की जाएगी।
महाबीर, जिला प्रधान, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ