Rewari News: धारूहेड़ा औद्यागिक कस्बे में शायद ही कोई ऐसा माेहल्ला, कॉलोनी होगी जहां बंदरों का आतंक न हो। सबसे अहम बात यह है कि बंदर पकडने को नाम खाना पूर्ति की जा रही है। टेंडर देने के एक माह से ज्यादा समय बीतने पर भी 18 ही बदंर पकडे गए है।
बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि पलक झपकते ही खाने-पीने की चीजों को झपटकर ले जाने के अलावा तमाम सामानों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। बंदरों को रोकने पर वे हमलावर हो रहे हैं और लोगों को घायल कर रहे हैं।
कस्बे में बंदरों का आतंक बढ़ रहा है। रोजाना बंदर किसी न किसी पर हमला बोलकर उन्हें घायल कर रहे हैं। खासकर बच्चों एवं महिलाओं पर बंदर हमला बोलकर उन्हें घायल कर रहे हैं। सेक्टर चार व छह में बंदरों के डर से लोगों ने घरों से अकेले बाहर तक निकलना बंद कर दिया है।
शहर का शायद ही कोई ऐसा मोहल्ला, कॉलोनी होगी जहां बंदरों का आतंक न हो। धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है।हालांकि नपा की ओर से बंदारो को पकडने का टैंडर तो दिया हुआ है लेकिन एजेसी बदंरों का पकड ही नहीं रही है।Rewari News
बंदरों के आंतक से परेशान है, जब भी नपा से शिकायत करते है तो बंदर पकडने वाली एजेसी का नंबर देकर पीछा छुडा लेते है। एजेंसी बंदर पकड ही नहीं रही है।
नरेंद्र यादव, सेक्टर चार आरडब्लूए प्रधान