Haryana news: जाट सायरवास के सरपंच आजाद सिंह को डीसी रेवाडी ने किया निष्कासित

AAZAD SRP

निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान अजा वर्ग का गलत प्रमाण पत्र देने पर डीसी ने की कार्रवाई
हरियाणा: जिला रेवाडी मे एक बार डीसी ने बडी कार्रवाई की है। जहां पहले कई सरपंच विकास कार्य मे गोलमाल के चलते निष्कासित किए थे, वहीं गांव जाट सायरवास के नवनिर्वाचित सरपंच आजाद सिंह को चुनाव प्रक्रिया के दौरान प्रस्तुत किए गए नामांकन पत्र में सिरकीबन्द अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र गलत प्रस्तुत करने पर तुरंत प्रभाव से जांच के आधार पर आजाद सिंह को सरपंच पद से निष्कासित कर दिया है।Rewari : साइकिल का हुआ दाह संस्कार, यू खोली खोली भ्रष्टाचार की पोल

 

साथ ही उक्त निष्कासित सरपंच को आदेश दिए गए है कि भविष्य में वह पंचायत की किसी भी बैठक में भाग नहीं लेगा और उसके पास ग्राम पंचायत का जो भी चार्ज / सम्पति है वह तुरन्त प्रभाव से किसी भी अनुसूचित जाति के बहुमत वाले पंच को अथवा आरक्षित बहुमत वाले पंच के ना होने पर किसी अन्य बहुमत वाले पंच को सौंपना सुनिश्चित करें।
डीसी गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव जाट सायरवास निवासी उमेद सिंह की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम रेवाड़ी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आजाद सिंह नवनिर्वाचित सरपंच ग्राम पंचायत जाट सायरवास द्वारा नामांकन पत्र के साथ संलग्न उसका सिरकीबन्द अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र गलत सिद्ध होना पाया गया है।

जोकि हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 175 (1) (5) के तहत अयोग्यता की परिभाषा में आता है तथा चुनाव के समय वह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस पद पर चुने जाने के लिए पात्र नहीं था। डीसी ने विस्तृत जांच रिपोर्ट के आधार पर सिद्ध हुए आरोप बारे आजाद सिंह, सरपंच, ग्राम पंचायत जाट सायरवास को सरपंच पद से पदच्युत कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरपंच आजाद सिंह भविष्य में ग्राम पंचायत की किसी भी बैठक में भाग नहीं लेगा।Rewari: पिता का दोस्त बताकर लिए पैसे, 95 हजार की ठगी

उसके पास ग्राम पंचायत का जो भी चार्ज / सम्पति है वह तुरन्त प्रभाव से किसी भी अनुसूचित जाति के बहुमत वाले पंच को अथवा आरक्षित बहुमत वाले पंच के ना होने पर किसी अन्य बहुमत वाले पंच को सौंप दें। इतना ही नहीं उक्त निष्कासित सरपंच के विरुद्ध कड़ा संज्ञान लेते हुए हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 51 (4) के अंतर्गत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए आजाद सिंह को पुन: चुनाव लड़ने के लिए तीन वर्ष के लिए अयोग्य घोषित भी कर दिया गया है।