रेवाड़ी: गुरु नानक देव जी के 552वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में शिक्षण संस्थाओं में भी कार्यक्रम हुए। होली चाइल्ड पब्लिक स्कूल के छात्रों ने मानव श्रृंखला बनाकर गुरु नानक देव जी की आशीर्वाद हस्त मुद्रा बनाकर गुरु जी का आशीर्वाद सदैव सबके साथ होने का संदेश दिया। स्कूल निदेशक अनिरुद्ध सचदेवा ने कहा कि गुरु का डर और दर सबके लिए होना चाहिए। यदि मन में गुरु का डर होगा तो मनुष्य पाप कर्म से दूर रह सकेगा। गुरु का दर सबके लिए है जहां गुरु के सम्मुख मनुष्य अपने समस्त दुख दर्द बयां कर सकता है। गुरु नानक देव जी के उपदेशों का स्मरण करते हुए उनके अनुसार आचरण करना ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा है
अनेजा स्कूल के बच्चों ने दी प्रस्तुति: कंपनीबाग स्थित अनेजा पब्लिक स्कूल में गुरु पर्व मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पंज प्यारे की अगुवाई से की गई। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव पर गुरु जी की शिक्षाओं को याद कर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए। विद्यार्थियों ने ओमकार मंत्र गुरु जी की साखी, शबद, लघु नाटिका, भजन कीर्तन आदि भक्तिमय प्रस्तुति का सजीव उदाहरण प्रस्तुत किया। प्राचार्या नीतू अनेजा ने गुरुदेव के जन्म उत्सव अर्थात प्रकाश उत्सव की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उनके सिद्धांतों से अवगत कराया। एक ईश्वर में विश्वास जिसे ‘एक ओंकार’ के रूप और ईश्वर की इच्छा जिसे ‘वाहे गुरु’ के लिए प्रस्तुत कर अवगत कराया। निदेशक गुरुमुख अनेजा ने विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए अरदास लगाई। इस मौके पर विद्यार्थियों ने माडल टाउन स्थित गुरुद्वारा में पहुंचकर मत्था टेका।