Shrimad Bhagwat Katha: रुक्मिणी विवाह महोत्सव पर झूमे श्रद्धालु
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धारूहेडा: यहां गुर्जर घटाल स्थित शिव मंदिर परिसर में मंदिर की स्थापना दिवस पर कर्ण कुंज वैलफेयर सोसायटी की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठे दिन मंगलवार को रुक्मिणी विवाह महोत्सव प्रसंग किया गया।
महोत्सव प्रसंग पर व्याख्यान करते कथा वावक चंद्र शेखर ने कहा कि कि रुक्मिणी के भाई रुक्मि ने उनका विवाह शिशुपाल के साथ निश्चित किया था, लेकिन रुक्मिणी ने संकल्प लिया था कि वह शिशुपाल को नहीं केवल गोपाल को पति के रूप में वरण करेंगी।
उन्होंने कहा कि शिशुपाल असत्य मार्गी है और द्वारकाधीश भगवान श्री कृष्ण सत्यमार्गी इसलिए मै असत्य को नहीं सत्य को अपनाऊंगी।
अत: भगवान द्वारकाधीश ने रुक्मिणी के सत्य संकल्प को पूर्ण किया पूर्व सरपंच मंजू भरत तोंंगड ने बताया कि कथा के समापन पर बुधवार को पूर्ण अहाति के साथ हवन तथा भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर भरत तौंगड, सूर्य देव, पंडित राजू, शंभू, रामपाल, मकुेश भारद्वाज, यादराम, परमानंद आदि मौजूद रहे।