दिल्ली: जीवन मे सुख दुख आते रहते है। लेकिन कई बार जीवन मे ऐसी मुसिबतो आ जाती है जिसके बारे मे कभी सोचा भी नही था। इस बात का यकीन नहीं होगा कि जिसने लूट के आरोप मे 17 साल की सजा काटी हो उसे जेल से बहार आते ही 8 करोड किसने दिए और क्यो दिए।बावल ब्लॉक समिति के चेयरमैन बने छत्रपाल, जानिए कितने मतो से हुई जीत
आपको इसके बारे मे बताते है। यह कोई कहानी नही बल्कि हकीकत है। डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका मे रिचर्डस को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। उसे ये समझ नहीं आता कि उसे क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है। लेकिन पुलिस का आरोप था कि उसने डकेती की है। वो कोर्ट में खूब चिल्लात है लेकिन वह स़िद्ध नहीं कर सकता ही निर्दोष है। बस इसके बाद उसे सजा सुना दी जाती है वो भी 17 साल की।
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ऐसे मिला न्याय:
17 साल बाद अचानक रिचर्ड को जेल से बाहर लाया जाता है और फिर उसे 8 करोड़ रुपये दे दिए जाते हैं। रिचर्ड ये समझ नहीं पाता ये क्या हो रहा है। न 17 साल पहले उसे समझ आया कि उसे सजा क्यों दी गई और न ही तब जब उसे 8 करोड़ की भारी भरकम रकम मिली। रिचर्ड अपनी किस्मत से हैरान था।
हमशक्ल ने की थी लूट
यूनिवर्सिटी ऑफ Kansas स्कूल ऑफ लॉ ने रिचर्ड के केस की छानबनी की तो पता चला कि जिस जेल में रिचर्ड को रखा गया था, उसी जेल में रिकी अमोस नाम का एक शख्स भी बंद था। इस शख्स की शक्ल रिचर्ड से मिलती थी।
रिकी किसी और मामले में जेल में बंद था। जब जांच की गई तो पता चला कि वो डकैती भी रिकी अमोस ने की थी। रिचर्ड और रिकी की शक्ल एक जैसी होने की वजह से रिचर्ड को लूटेरा मान लिया और उसे जेल मे डाल दिया।
अब जानिए क्यो मिले 8 करोड
बाद में मुआवजे के तौर पर रिचर्ड को 8 करोड़ रुपये दिए गए। कोर्ट ने कहा कि रिचर्ड ने अपनी जिंदगी का एक तिहाई वक्त जेल में काटा है जिसके लिए उसे 8 करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा। रिचर्ड को दोनों ही बार अपनी किस्मत पर यकीन नहीं हो पाया। वह अब वह यह सोच रहा है कि भगवान तो करता है ठीक की करता है।