BOB biggest action: मोबाइल एप ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ताओं के मोबाइल में Activate करवाने को लेकर हुए घोटाले पर आरबीआई के फटकार के बाद बैंक प्रबंधन की नीदं टूटी है। आनन फानन में घोटाले मे दोषी मानते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा ने 11 एजीएम (सहायक महाप्रबंधक) व 60 से अधिक कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है।अब WhatsApp पर भी लगा सकते है ताला, जानिए कैसे ?
मची अफरा तफरी
जैसे ही बैंक की ओर से 11 एजीएम (सहायक महाप्रबंधक) व 60 से अधिक कर्मचारियों को सस्पेंड को नोटिस जारी किए जो सारी शाखाओ में अफरा तफरी मच गई। बताया कि अभी कुछ ओर कर्मचारी इस स्केम के लपेटे में आने वाली है। फिलहाल आरबीआई की फटकार के बाद ये निर्णय लिया गया गया है।
जानिए क्या है आरोप
यह मामला बैंक के बीओबी वल्र्ड ऐप के ऑडिट से जुड़ा है। एक रिपोर्ट दी है। कुछ कर्मचारियों ने अपने कार्यकाल के दौरान ग्राहक खाता नंबर फीड किए और फिर बीओबी वल्र्ड ऐप में पंजीकरण-डी-पंजीकरण किया, यह सब ग्राहक की सहमति के बिना किया गया। इतना जिन ग्राहको नंबर पंजीकरण नहीं थे वहां पर एजेसी ने अपने नंबर डालकर ऐप को एक्टीवेट कर दिया गया।खुशखबरी! मोदी सरकार ने गेहूं सहित रबी की 6 फसलों पर बढ़ाई MSP, जानें कितना हुआ किसानों को फायदा
बता दे कि एजीएम स्तर के अधिकारी स्केल पांच अधिकारी होते हैं जो आमतौर पर क्षेत्र प्रबंधकों, जोनल प्रमुखों और 25 से अधिक शाखा प्रमुखों की देखरेख करते हैं।
जानिए कैसे हुआ खुलासा
विभागीय जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि दोषी कर्मचारियों को निलंबित करना उचित था। निलंबित किए गए ज्यादातर कर्मचारी बीओबी से हैं। बैंक अब इसी तरह की कार्रवाई लखनऊ, भोपाल, राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जोन मे की है।
फिलहाल 11 एजीएम व 60 कर्मचारियों को सस्पेंउ किया गया है, जांच के चलते कर्मचारियो की संख्या ओर बढने वाली है।खुशखबरी! मोदी सरकार ने गेहूं सहित रबी की 6 फसलों पर बढ़ाई MSP, जानें कितना हुआ किसानों को फायदा
जानिए अब इनका क्या होगा।
बैंक ने 11 एजीएम समेत 60 से ज्यादा कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के दौरान उन्हें केवल एक तिहाई वेतन मिलेगा। यदि बैंक उन्हें दोषी पाता है, तो उन्हें दंडात्मक पोस्टिंग मिल सकती है या उनकी नौकरी भी जा सकती है। इतना ही नही अब , अगर दोषी नहीं पाया गया तो बैंक निलंबन अवधि के लिए मुआवजा यानि पूरी सैलरी देनी होगी।