दशलक्षण पर्युषण पर्व: धार्मिक क्रियाओं से होती है आत्मशुद्धि
धारूहेड़ा: यहां के मुख्य बाजार स्थित श्री 1008 चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे जैनियों के दश लक्षण महापर्व पर्युषण के 9वे दिन बुधवार को उत्तम आकिंचन का पालन किया।
प्रधान निवेश जैन ने बताया कि इस पर्व का जैन धर्म में बडा महत्व है। दशलक्षण पर्व के दौरान जैन समाज के लोग अपना अधिकतम समय पूजा-अर्चना और व्रत-उपवास में ही व्यतीत करते हैं।Rewari Police Raid: NH 48 पर 76 बाल्टी नकली यूरिया बरामद, दो दुकानदार दबोचे
पर्युषण दशलक्षण पर्व विभिन्न धार्मिक क्रियाओं द्वारा आत्मशुद्धि करने और जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति पाने का एक प्रयास है। जब तक अशुभ कर्मों के बंधन से मनुष्य नहीं छूटेगा, तब तक मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती। यह जीवन में नया बदलाव लाने का पर्व है।
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शोभा यात्रा आज: समाज की ओर से गुरूवार को झांकी निकाली जाएगी। झांकी चंद्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर से शुरू होगी तथा सोहना रोड से भगत सिंह चौक से नसिया जी रोड पर समाप्त होगी। झांकी की तैयारियो का लेकर जिम्मेदारी सोंपी गई। इस मौके पर सरंक्षक विजय जैन, प्रधान निवेश जैन, सचिव मुकेश जैन, गौरव जैन, विपिन, विकास, रितेश, विशाल, मंगतराम, रजत जैन आदि मौजूद रहे।