नई दिल्ली: माफिया अतीक अहमद की हत्या में शामिल तीनो आरोपियों को सोमवार को नैनी जे से प्रतापगढ शिफ्ट किया गया है। अब सवाल यह है कि क्या इस तीनो की जान को यहा पर खतरा है या फिर हत्या का मामला किसी सुपारी से तो नहीं जुडा है।Dc Rewari ने उपतहसील Dharuhera का किया ओचक निरीक्षण
रात हुई थी अतीक. अहमद की हत्या
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या बीते शनिवार की रात की गई है। जब अतीक और उसके भाई को पुलिस मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लेकर आई तो वही पर इस घटना को अंजाम दिया गया।
मीडिया की आड में खेला खेल: आरोपियों ने अतीक के पास पहुंचने के लिए खुदको मीडियाकर्मी बताया था। अतीक और उसके भाई की हत्या के बाद इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। सबसे बडा धोखा यह हो गया कि पुलिस ने मीडियाकर्मी होने के चलते कुछ ढील दे दी गई। जिसका फायदा उठाते तीनो ने दोनो भाईयो को मोत के घाट उतार दियाRewari News: विपुल गार्डन सोसायटी में दमकल विभाग ने कि मोक ड्रिल
हत्या की सुपारी लेने का दावा:
मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि अतीक अहमद पर गोली चलाने वाले सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य की पहचान पहले से ही थी। सनी सिंह हिस्ट्रीशीटर रहा है। उसके खिलाफ 18 केस दर्ज हैं।
अतीक- अशरफ हत्याकांड में सुपारी दिए जाने संबंधी खुलासे ने हलचल तेज कर दी है। हत्यारों को इस घटना को अंजाम देने के लिए 10-10 लाख रुपए एडवांस के रूप में भी दिए जाने की बात सामने आई है।