सूर्य ग्रहण के साए का नवरात्रि पर क्या रहेगा असर, जानिए पूजा की विधि

NAVRATRA

नवरात्रा: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सूर्य ग्रहण के साए में हो रही है । ऐसे ब्रत घारको को भय बना हुआ हैा 14 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण रात 8 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा और 15 अक्तूबर की रात 2 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगा। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्तूबर से हो रही है।मोनू मानेसर के समर्थन के उतरे लोग, एनआईए व सीबीआई से जांच की मांग

धार्मिक शास्त्र में एक तरफ जहां नवरात्रि को बहुत पावन माना जाता है, वहीं ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है। भय बना हुआ है कि सूर्य ग्रहण का प्रभाव शारदीय नवरात्रि की पूजा पर भी होगा। आखिरी सूर्य ग्रहण का नवरात्रि की पूजा पर क्या प्रभाव होगा और घटस्थापना की विधि क्या है.

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
कलश स्थापना यानी घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को 11 बजकर 38 मिनट से 12 बजकर 23 मिनट तक है। ऐसे में शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए आपके पास 45 मिनट का समय है।

 

घटस्थापना के ये चीजो को रखे घ्यान

  • सूर्य ग्रहण के दौरान आस-पास का वातावरण दूषित हो जाता है। इसलिए घटस्थापना से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
  • सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद और घटस्थापना पहले पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
  • फिर स्नान के बाद तुलसी के पौधे पर गंगाजल छिड़कें।
  • इसके अलावा इस दिन तिल और चने की दाल का दान करें।
  • इसके बाद ही इस दिन विधि-विधान से घटस्थापना करें, क्योंकि सूर्य ग्रहण के साए में ही शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है।

सूर्य ग्रहण का क्या होगा पूजा पर प्रभाव
ज्योतिष जानकारों के अनुसार सूर्य ग्रहण का नवरात्रि की पूजा पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि नवरात्रि में घटस्थापना का महत्व होता हैा इस दिन घटस्थापना सूर्य ग्रहण समाप्त होने के कुछ घंटों बाद होगा। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 14 अक्टूबर 2023, शनिवार को रात 11 बजकर 24 मिनट से ही हो रही है। इस समय सूर्य ग्रहण भी लगा होगा।