NEET: गुजरात में गोधरा के स्कूल में NEET परीक्षा में धांधली का बड़ा खुलासा हुआ है। छात्रों को अच्छे नंबर दिलाने के लिए डील हुई थी। छापेमारी में पुलिस को परशुराम के घर से 2 करोड़ 30 लाख रुपये के चेक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले। पुलिस ने इस मामले कई गिरफ्तारियां की हैं।
ये भी हुआ खुलासा: NEET पेपर लीक में पुलिस को बडा खुलासा हुआ है। यहां पूछताछ के दौरान आरोपियों ने हैरान कर देने वाले खुलासे कर दिए हैं। 56 वर्षीय जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु ने अपनी भूमिका कबूल की है।
सिकंदर ने बताया कि अमित और नीतीश ने 4 मई, 2024 को प्रश्नपत्र हासिल किया था। इसे उम्मीदवारों को राज्य की राजधानी के रामकृष्ण नगर इलाके में एक ‘सेफ हाउस’ में इकट्ठा किया। यहीं उम्मीदवारों को सारे उत्तर रटवाए गए और फिर सीधा एग्जाम सें में भेजा गया है।
जो वक्त छात्रों को अपना करियर संवारने की तैयारी में लगाना चाहिए वो उस समय परीक्षा में अनियमितताओं को शिकार हो रहे हैं। छात्रों और पेरेंट्स के परेशानिया जीवन में बडी बाधा बनते जा रहे है।
जगह जगह विरोध प्रदर्श जारी: छात्र संगठनों से लेकर राजनीतिक पार्टियां तक विरोध-प्रदर्शन कर रही है। परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित हुआ था। इस बीच शनिवार को कोटा उत्तर से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने नीट यूजी पर अपना बयान जारी किया है। लाखों युवकों के साथ खिलवाड किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा पेपर लीक के मामले में कई बार आंदोलन कर चुकी है, लेकिन डबल इंजन की सरकार नीट यूजी के मामले में चुप्पी साधे हुए है। सबको पता है कि इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा में धांधली हुई है। इसके बावजूद सरकार ने पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। डब्बल ईंजन सरकार से ये गिरोह मिला हुआ है।
एनएसयूआई पर हुए लाठीचार्ज की निंदा: धारीवाल ने कहा कि नीट परीक्षा के मामले में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्हें लाठियां खानी पड़ी। परीक्षा को दोबारा करवाना ही समाधान है। भाजपा विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।