Haryana: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने महिलाओं को आर्थिक स्थिति मजबूत करने व रोजगार देने करने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना का नाम ‘बीमा सखी योजना’ (Bima Sakhi Scheme) है। हरियाणा में पहले चरण में 35,000 महिलाओं को बीमा सखी के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
जानिए क्या है बीमा सखी योजना क्या है? बता दे हरियााणा के पानीपत में बीमा सखी योजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह योजना महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। बीमा सखी योजना में खासतौर से महिलाओं को LIC एजेंट के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा ।Bima Sakhi Scheme
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है जो 18 से 70 वर्ष की आयु वर्ग में आती हैं और जिनकी शिक्षा दसवीं कक्षा तक है।
9 साल बाद फिर दिया तोहफा: बता दे कि पानीपत से ही 2015 में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में लिंगानुपात को सुधारना था।
इसी की तर्ज पर अब महिलाओं को आर्थिक स्थिति मजबूत करने व रोजगार देने करने के लिए बीमा सखी योजना शुरू की गई है। इसका उद्देश्य भी देश भर की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें वित्तीय रूप से सशक्त बनाना है।
जानिए कैसे मिलेगी आय: बता दे कि बीमा सखी योजना के तहत महिलाओं को पहले तीन वर्षों तक प्रशिक्षित किया जाएगा । वे अपने अपने गृह इलाके में LIC एजेंट के रूप में काम करेंगी।
बीमा सखी योजना में भाग लेने वाली महिलाओं को पहले वर्ष में 7000 रुपये मासिक भत्ता, अगले साल में 6000 रुपये और तीसरे साल में 5000 रुपये भत्ता दिया जाएगा। इस योजना के चलते अधिक से अधिक लोगों को बीमा योजनाओं के फायदे के बारे में जागरूक किया जाएगा और ताकि वे लाभान्वित कर सकें।
35,000 महिलाओं को मिलेगा रोजगार: बता दे कि इस योजना के पहले चरण में हरियाणा में 35,000 महिलाओं को बीमा सखी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। यह संख्या भविष्य में बढ़ाकर 50,000 तक की जाएगी।
आत्मनिर्भर बनेगी महिलाए: बता दे कि बीमा सखी योजना के तहत महिलाओं को नौकरी के साथ-साथ एक नया कौशल भी मिलेगा, वे इसके साथ अपना स्वयं का व्यवसाय भी चला सकेंगी। महिलाएं न केवल अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, जबकि वे दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकेगी। यह योजना महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की एक बड़ी व सराहनीय पहल है।