KL Rahul vs Rishabh Pant: टीम इंडिया के दो स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज — केएल राहुल और ऋषभ पंत — जब भी मैदान पर उतरते हैं, तो क्रिकेट फैंस के बीच हमेशा एक दिलचस्प तुलना शुरू हो जाती है। दोनों की बल्लेबाजी शैलियाँ एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। राहुल अपनी क्लासिक टाइमिंग और स्थिरता के लिए जाने जाते हैं, जबकि पंत अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और निडर खेल के लिए मशहूर हैं। दोनों खिलाड़ियों ने भारत को कई बार मुश्किल हालात से बाहर निकाला है, लेकिन सवाल यह है कि आंकड़ों की जंग में कौन आगे है? आइए जानें।
केएल राहुल: निरंतरता और क्लास का बेहतरीन मेल
केएल राहुल ने अब तक 72 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 68 पारियों में 2265 रन बनाए हैं। उनका औसत 37.75 है, जो उन्हें भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में शुमार करता है। राहुल ने अब तक 2 शतक और 22 अर्धशतक जड़े हैं। उनका स्ट्राइक रेट 139.12 का है, जो यह साबित करता है कि वे आक्रामकता और स्थिरता के बीच एक बेहतरीन संतुलन बनाए रखते हैं। राहुल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 110 नाबाद है। उन्होंने अपने करियर में अब तक 191 चौके और 99 छक्के लगाए हैं। राहुल की खासियत यह है कि वे परिस्थिति के अनुसार अपना खेल बदलने में सक्षम हैं। चाहे टीम को एंकर की जरूरत हो या तेज रन बनाने की, राहुल दोनों भूमिकाएँ बखूबी निभाते हैं।
ऋषभ पंत: निडर बल्लेबाजी के प्रतीक
वहीं दूसरी ओर, ऋषभ पंत अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अब तक 76 मैचों में 66 पारियों में 1209 रन बनाए हैं। उनका बल्लेबाजी औसत 23.25 और स्ट्राइक रेट 127.26 है। पंत ने अब तक 3 अर्धशतक लगाए हैं, जबकि उनका सर्वोच्च स्कोर 65 नाबाद है। उन्होंने अपने करियर में 111 चौके और 44 छक्के जड़े हैं। पंत का खेल जोखिम लेने की उनकी क्षमता और मैच को पलभर में पलट देने की ताकत पर आधारित है। जब वे फॉर्म में होते हैं, तो किसी भी गेंदबाज के लिए उन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है। बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के कारण पंत टीम को बल्लेबाजी में एक अलग संतुलन भी देते हैं, जो उन्हें राहुल से अलग बनाता है।
आंकड़ों की जंग में आगे कौन?
अगर केवल आंकड़ों की बात करें, तो केएल राहुल ऋषभ पंत से काफी आगे नजर आते हैं — चाहे वह औसत हो, रन की संख्या हो या शतक-अर्धशतक का आंकड़ा। राहुल ने अपने करियर में निरंतरता दिखाई है, जबकि पंत के खेल में उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। हालांकि, पंत की ताकत उनकी आक्रामकता और जोखिम उठाने की क्षमता में है, जो उन्हें मैच का रुख पलटने वाला खिलाड़ी बनाती है। राहुल स्थिरता लाते हैं, जबकि पंत टीम में ऊर्जा और जोश का संचार करते हैं। यही कारण है कि दोनों अपने-अपने तरीके से टीम इंडिया के लिए बेहद कीमती हैं — एक क्लास और कंट्रोल का मास्टर, तो दूसरा आक्रामकता और जुनून का प्रतीक।

















