हरियाणा के सहकारिता विभाग 100 करोड का घोटाला: जानिए कैसे फर्जी बिल बनाकर कर्मचारियो ने लगाया चूना

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मनोहर लाल के कार्यकाल में हुए घोटाले से भ्रष्टाचार की खुली पोल
हरियाणा: हरियाणा के सहकारिता विभाग में हुए 100 करोड़ रुपए के घोटाले से अफरा तफरी मच गई है। मनोहर लाल खटटर के कार्यकाल में हरियाणा में हुए घाटाले ने कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल खडे कर लिए है। इतने दिन से सरकार क्या कर रही थी। किस तरह से सरकारी कर्मचारी किसानो की राशि को सरेआम का डकारे रहे और सरकार ने देखी रही।Rewari News: भाजपा कार्यकारिणी में किया बदलाव, जानिए किसको क्या पद मिला

किसानो के पैसे से खरीदे लग्जरी अपार्टमेंट्स में फ्लैट्स

किसानों के लिए केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा भेजे गए सरकारी पैसे से करनाल, जीरकपुर, रेवाड़ी में लग्जरी अपार्टमेंट्स में फ्लैट्स खरीदे गए। अब सरकार की नींद टूटी है। ACB अब तक इस मामले में जगाधरी, कैथल, अंबाला में 11 FIR दर्ज कर चुकी है।

इन अधिकारियों की हो चुकी गिरफ्तारी

ACB ने मामले की गहनता से जांच करते हुए इसमें संलिप्त 6 राजपत्रित अधिकारियों, ICDP रेवाड़ी के 4 अन्य अधिकारियों और 4 निजी व्यक्तियों की गिरफ्तारी की है। इन आरोपियों में ऑडिट ऑफिसर बलविंदर, डिप्टी चीफ ऑडिटर योगेंद्र अग्रवाल, जिला रजिस्टर सहकारी समिति करनाल रोहित गुप्ता, सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समिति अनु कोशिश, रामकुमार, जितेंद्र कौशिक और कृष्ण बेनीवाल शामिल हैं।

इसी विभाग के ICDP रेवाड़ी के लेखाकार सुमित अग्रवाल, डेवलपमेंट अधिकारी नितिन शर्मा और विजय सिंह की गिरफ्तारी की गई है। वहीं, टीम ने चार अन्य व्यक्तियों स्टालिन जीत, नताशा कौशिक, सुभाष और रेखा को गिरफ्तार किया है।Rewari News: सेक्टर चार RWA Dharuhera की बैठक आयोजित, इन प्रस्तावों पर बनी सहमति

बता दें कि केंद्र ने 2022 में सहकारिता विभाग को 600 करोड़ रुपए किसानों के लिए जारी किए थे। इस योजना के तहत किसानों को ट्रेनिंग, लोन, सोलर पंप, भंडार गृह तैयार करने जैसी सुविधाओं का प्रावधान है। लेकिन सरकारी कर्मचारी ने कागजोंं मे ऐसे खेल खेल की 100 करोड रूपए डकार गए।

इन पर गिरी गाज

विभाग के एडिशनल डायरेक्टर नरेश गोयल और कई अन्य अफसरों पर भी केस दर्ज करने की मंजूरी मांगी गई है। सहायक रजिस्ट्रार अनु कौशिक और उप मुख्य लेखा परीक्षक योगेंद्र अग्रवाल को बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है। ACB की जांच में सामने आया है कि अधिकारियों व कर्मचारियों ने विभाग की ऑडिट ब्रांच के अधिकारियों से भी मिलीभगत की हुई थी।

ACB के सूत्रों का कहना है कि जल्द ही नरेश गोयल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकती है। ACB की जांच में हुए खुलासे के बाद सहकारिता विभाग ने सीनियर ऑडिटर सुमित अग्रवाल को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।

रेवाडी से शुरू हुआ था खेल

सबसे पहले नवंबर 2022 में रेवाड़ी जिले को लेकर शिकायत आई। मुख्य सचिव ने ACB को जांच सौंपी। इसमें सामने आया कि आरोपी अधिकारियों ने सरकारी पैसे पर एक ही कंपनी से कंप्यूटर, बैटरी, कैमरे खरीदे हैं, जबकि कागजों में दिखाया कि उन्होंने ट्रेनिंग पर खर्चा किया है। कंपनियों से रिश्तेदारों के खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिए। इसमें ACB ने 14 अधिकारियों और कर्मचारियों पर केस दर्ज किया।Rewari News: आदर्श गांव खरखडा में आपका स्वागत है, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने लिया है गोद

कैथल सहकारी समिति के सहायक रजिस्ट्रार (AR) जितेंद्र कौशिक को ACB ने 2 दिन की रिमांड पर लिया है। यहां सामान खरीद के फर्जी बिल तैयार कर घोटाला किया गया।

100 करोड डकारने के बाद जागा विभागा

ACB के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा है कि भ्रष्टाचारी चाहे कोई भी हो, किसी भी विभाग का हो, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई तय है। इसकी जानकारी हरियाणा ACB के टोल फ्री नंबर 1800-180-2022 और 1064 पर दें।