Haryana Weather: हरियाणा में सुबह और रात के समय तापमान लगातार नीचे गिर रहा है। हिसार, भिवानी, करनाल और अंबाला जैसे शहरों में भी ठंड का असर सामान्य से ज्यादा महसूस किया जा रहा है। इस वजह से सुबह-सुबह और रात में लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में हाल ही में हुई बर्फबारी के बाद ठंडी हवाएं मैदानी क्षेत्रों की तरफ आ रही हैं, जिससे हरियाणा में ठंड का असर और बढ़ गया है।
तापमान शिमला से भी नीचे
मौसम विभाग ने बताया है कि हरियाणा के कई शहरों का तापमान शिमला के न्यूनतम तापमान से भी कम हो गया है। शिमला में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, लेकिन गुरुग्राम में तो यह 7 डिग्री तक गिर गया है। नारनौल में भी तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। ऐसे में लोग ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं।
आगे का मौसम और पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग का अनुमान है कि यह ठंडा मौसम 18 नवंबर तक जारी रहेगा। इसके बाद 19 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते प्रदेश में हल्के बादल छा सकते हैं। इससे दिन का तापमान थोड़ा और गिर सकता है, लेकिन रात के समय तापमान में कुछ बढ़ोतरी भी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में फिर से बर्फबारी की संभावना है, जिसका असर हरियाणा के मैदानी इलाकों पर भी पड़ सकता है।
धुंध और ठंडी हवाओं का असर
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से ठंडी हवाओं के साथ सुबह के समय घनी धुंध भी पड़ सकती है। इससे दृश्यता कम हो सकती है और सर्दी का असर और बढ़ जाएगा। इससे राहगीरों और वाहन चालकों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
कृषि विशेषज्ञ की सलाह
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 18 नवंबर तक मौसम खुश्क रहेगा। 19 नवंबर को कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छा सकते हैं। उन्होंने किसानों को गेहूं की बुआई जल्द पूरा करने की सलाह दी है। साथ ही सरसों में रोगों से बचाव के लिए कृषि वैज्ञानिकों से सुझाव लेने को भी कहा है ताकि फसल सुरक्षित रहे।

















