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Haryana: स्मार्ट रोड या स्मार्ट स्कैम? 42 करोड़ खर्च, सड़क ढही—अब कौन देगा जवाब?

On: November 18, 2025 8:41 AM
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Haryana: स्मार्ट रोड या स्मार्ट स्कैम? 42 करोड़ खर्च, सड़क ढही—अब कौन देगा जवाब?

Haryana: औद्योगिक शहर Faridabad की पहली स्मार्ट रोड पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। सेक्टर 19-28 डिवाइडिंग रोड—जो नेशनल हाईवे बदखल चौक से बाईपास तक बनाई गई है—सोमवार को अचानक धंस गई। यह सड़क लगभग 42 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही थी और इसे शहर की मॉडल ‘स्मार्ट रोड’ परियोजना के रूप में चुना गया था। सड़क का निर्माण पूरा बताया गया है, लेकिन दोनों ओर बनने वाले साइकिल ट्रैक और अंडरग्राउंड बिजली लाइनों का काम अभी अधूरा है। यही कारण है कि ठेकेदार को अभी तक ‘कम्प्लीशन सर्टिफिकेट’ भी जारी नहीं किया गया है। सड़क धंसने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने कहा कि जब केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के निवास से मात्र 10 मीटर दूर बनी यह सड़क इतनी खराब स्थिति में है, तो बाकी जगहों की सड़कों की हालत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

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यह 1.62 किलोमीटर लंबी सड़क केंद्र सरकार के मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के निवास के पास होने की वजह से विशेष रूप से प्रस्तावित की गई थी। शुरुआत में इस परियोजना का बजट 63 करोड़ रुपये रखा गया था, लेकिन उस समय के मुख्यमंत्री ने इस राशि पर सवाल उठाए और खर्च कम करने का निर्देश दिया। इसके बाद अधिकारियों ने बजट घटाकर 42 करोड़ रुपये किया। सड़क निर्माण 27 जनवरी 2019 को शुरू हुआ। सड़क के साथ साइकिल ट्रैक, अंडरग्राउंड बिजली लाइनें, फुटपाथ, ग्रिल, रोड मार्किंग और लाइटिंग का काम भी किया जाना था। हालांकि सड़क तो बना दी गई है, लेकिन बाकी सुविधाओं के अधूरे होने और प्रमाणपत्र न मिलने से पूरा प्रोजेक्ट अधर में लटका हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इतनी महंगी सड़क होने के बावजूद यह हल्के वाहनों का भार भी नहीं झेल सकी।

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स्थानीय लोगों का आरोप—“सड़क की गुणवत्ता पर गहरी शंका”

सेक्टर 19 के निवासी मनोज ने कहा कि 42 करोड़ रुपये खर्च करके बनी स्मार्ट रोड का इस तरह धंस जाना दिखाता है कि निर्माण में गंभीर लापरवाही हुई है। उन्होंने कहा कि इतनी भारी-भरकम राशि खर्च होने के बावजूद सड़क की मजबूती पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, निवासी जितेंद्र ने मांग की कि सड़क की गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषी ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई हो। लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी परियोजना की साख पर यह बड़ा सवाल है और यह घटना बताती है कि निर्माण में कहीं न कहीं भारी गड़बड़ी हुई है।

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स्मार्ट सिटी अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए, जल्द होगी मरम्मत

स्मार्ट रोड धंसने की सूचना मिलते ही Faridabad Smart City Limited की टीम सक्रिय हुई। कार्यकारी अभियंता संजीव गुप्ता ने कहा कि सड़क धंसने की घटना गंभीर है और इसके कारणों की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि ठेकेदार को तुरंत मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए जाएंगे, ताकि लोगों को आने-जाने में परेशानी न हो। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी कमी सामने आएगी, उसके अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। स्थानीय लोगों की उम्मीद अब इस बात पर टिकी है कि जांच पारदर्शी हो और दोषियों को बचाने के बजाय सड़क की गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जाए।

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