Haryana News: धारूहेड़ा की नंदू गौशाला का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नपा के चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने हरियाणा राज्य गोशाला आयोग को पत्र भेजकर धारूहेड़ा नंदू गोशाला में बिना मालिक की अनुमति से गाय किसी को देने, मृतक गायों का कोई रिकोर्ड नही होने व चंदे की जांच करवाने की मांग की है।
बता दे कि 19 अप्रैल 2025 को रेवाड़ी सेक्टर-18 से एक निजी एजेंसी ने दो गायों को पकड़कर धारूहेड़ा गौशाला में छोड़ा था। गायों के मालिक योगेश पुत्र बनवारी, जो पेशे से पशुपालक हैं, 23 अप्रैल को गौशाला पहुंचे और अपनी गायों की पहचान की। उन्होंने गायें वापस लेने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने की बात कही, लेकिन गौशाला प्रबंधन ने म्युनिसिपल कमिश्नर के आदेश का हवाला देते हुए गायों को वापिस देने से स्पष्ट मना कर दिया। Haryana News
25 अप्रैल को जब योगेश दोबारा गौशाला पहुंचे, तो प्रबंधन ने एक गाय की अनुपस्थिति बताई। बाद में दावा किया गया कि गाय की मृत्यु हो चुकी है और उसे दफना दिया गया। इस पर जब मालिक ने प्रमाण मांगे, तो कोई पोस्टमार्टम रिपोर्ट या दफनाने की जगह नहीं दिखाई गई। जब लोगो ने हमांगा किया तो गोशाला के मेंबर ने स्वीकार किया उसने यह गाय के एक दानी को दी थी।
बाद में कमेटी की ओर से बैठक आयोजित करके गोशाला कमेटी ने उस मेंबर को निष्किासित कर दिया गया। चेयरमैन का आरोप है धारूहेड़ा गौशाला में सामने आए इस गंभीर मामले ने गौशाला प्रबंधन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना दस्तावेजी प्रक्रिया के गायों का स्थानांतरण और मौत का झूठा दावा साफ तौर पर लापरवाही और अनियमितता को दर्शाता है। चेयरमेन ने गोशाला को मिल रहे चंदे व पशुओं के मरने के सारे रिकोर्ड की जांच करवाने की मांग की है।
गोशाला में आ रहे चंदे, गायों की मरने की रिकोर्ड की पूरी जांच की जाएगी। हाल में गाय बेचने के मामले ने गोशाला कमेटी की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए है। जांच के लिए चंडीगढ लेटर भेजा गया है।
कंवर सिंह चेयरमैन, नपा धारूहेड़ा
जिस युवक ने कमेटी ने बिना पूछे गाय दी थी उसे निस्कासित कर दिया है। जो भी चंदा आता है उसका पूरा रिकोर्ड कमेटी के समाने है। वह हर प्रकार की जांच करवाने के लिए तैयार है। जो गाये मरती है उनका पूरी रिकोर्ड गोशाला के पास है।
रोहित यादव, गोशला प्रधान धारूहेड़ा

















