Haryana News: 522 एकड़ एरिया में फैले रेवाड़ी के वन प्राणी विहार की होगी कायाकल्प

कोसली रोड स्थित 522 एकड़ एरिया को हरियाणा सरकार ने 30 जनवरी 1987 को अभ्यारण घोषित किया था। जबकि इससे पहले पूर्व यह जमीन आरक्षित वन क्षेत्र के दायरे में थी। लंबे समय से वन्य प्राणी विहार की हालत बदहाल बनी हुई है।
522 एकड़ एरिया में फैले रेवाड़ी के वन प्राणी विहार की होगी कायाकल्प
522 एकड़ एरिया में फैले रेवाड़ी के वन प्राणी विहार की होगी कायाकल्प

Haryana News:  हरियाणा के जिला रेवाड़ी के नाहड़ स्थित वन्य प्राणी विहार की जल्द ही कायाकल्प होनी वाली है। वन्य प्राणी विहार की तस्बीर बदलने के लिए एक करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा।बता दे कि चहारदीवार बनाने पर 70 लाख रुपये तथा 34 लाख रुपये से जंगली जीवों को लिए पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।

बता दे कि कोसली रोड स्थित 522 एकड़ एरिया को हरियाणा सरकार ने 30 जनवरी 1987 को अभ्यारण घोषित किया था। जबकि इससे पहले पूर्व यह जमीन आरक्षित वन क्षेत्र के दायरे में थी। लंबे समय से वन्य प्राणी विहार की हालत बदहाल बनी हुई है।

 

वन्य जीव प्राणी विभाग की ओर से अभ्यारण में वास करने वाले लगभग 250 किस्म के वन्य जीवों के भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है। बता दे कि लंबे समय से यह कार्य अधूरा पड़ा था।

स्टोरेज टैंक का होगा निर्माण: बता दे कि वन विभाग की तरफ से स्टोरेज टैंक का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए स्पेशल पाइपलाइन बिछाई जाएगी। सोलर पैनल ट्यूवेल भी लगाया जाएगा।

इस क्षेत्र की तारबंदी का कार्य वर्षों पूर्व कर दिया गया था, ताकि खतरनाक जीव बाहर जाकर लोगों व पशुओं को अपना शिकार ना बना सके, लेकिन कुछ समय बाद तारबंदी टूटने से अभ्यारण में विचरण करने वाले पशु पक्षी बाहर निकलने लगे थे।

इसे देखते हुए वर्ष 2016 में तारबंदी को हटाकर पक्की दीवार बनाने का कार्य शुरू किया गया था। बजट के अभाव में 98 एकड़ जमीन की दीवार बाकी रहने से जीव और अभ्यारण में स्थित पेड़ सुरक्षित नहीं हैं।

कई प्रजाति है इसमें: बता दे कि वर्ष 1987 में घोषित किया गया नाहड़ वन्य जीव अभ्यारण वन्य जीवों को संरक्षण देने सहायक है। यह अभ्यारण अरावली क्षेत्र की जैव विविधता को संरक्षण देने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। इसके प्रजाति के वन्य जीव इस अभ्यारण में पल रहे हैं।