गोल्डी बराड़ ने बताया गोगामेड़ी की हत्या का राज: आनंदपाल गैंग को लेकर भी नया खुलासा

GOLD BARD

राजस्थान: विदेश में बैठे लॉरेंस गैंग के गुर्गे गोल्डी बराड़ ने गोगामेड़ी की हत्या की वजह का बडा खुलासा किया।बराड़ ने बताया कि गोगामेड़ी की हत्या उन्होंने ही कराई थी। इसमें आनंदपाल गैंग या उसके करीबियों का हाथ नहीं था।पांच दिन बाद टाइगर हरियाणा से राजस्थान लौटा: तीसरी बार वीडियो वायरल

बता दे कि जयपुर में 5 दिसंबर को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या के बाद दोनों शूटर को भी पकड़ लिया, लेकिन बाद में जांच एनआईए को सौंप दी गई। गोल्डी बराड़ का कहना है कि गोगामेड़ी नेता नहीं था। वो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर लड़ाता था। पहले उनकी गोगामेड़ी से कोई दुश्मनी नहीं थी।

प्रोपर्टी के लेकर विवाद: बताया जा रहा है प्रॉपर्टी के डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर उनका गोगामेड़ी से विवाद हो गया। उन्होंने गोगामेड़ी को दो बार चेतावनी देकर समझाया भी था। फिर भी बात नहीं बनी तो गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रची। बराड़ का कहना है कि गोगामेड़ी हाथों में तलवारें लहरा कर खुद को बड़ा समझते थे, लेकिन अब जमाना ऑटोमेटिक हथियारों का है।

 

गोल्डी बराड़ के अनुसार उन लोगों ने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करवाने के लिए किसी को भी पैसे देकर हायर नहीं किया था। हत्या करने वाले उनके भाई थे, वो उनकी मदद करते थे और जरूरूत पड़ने पर लॉरेंस गैंग उनकी मदद करता था।सावधान। कोहरे के चलते ये ट्रेने हुई कैंसिल

पुलिस की प्रारंभिक जांच में गोगामेड़ी और राजू ठेहट दोनों के मर्डर की साजिश में वीरेंद्र चारण का नाम सामने आया था। चूरू के सुजानगढ़ के रहने वाले वीरेंद्र चारण ने ही राजू ठेहट और गोगामेड़ी की हत्या में हथियारों की सप्लाई की थी। गोगामेड़ी की हत्या के बाद शूटर तो पकड़े गए, लेकिन वीरेंद्र चारण पुलिस के हाथ नहीं लगा। ऐसे में वीरेंद्र चारण के नेपाल के रास्ते दुबई या अजरबैजान भागने की बात सामने आई।