Hindi News: हिमाचल में कलाकार पम्मी ठाकुर किसी परिचय के मोहताज रहीं है। एक बार फिर हरियाणा के जिला रेवाडी के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा में 14 सितंबर की रात को रंग जमाने पम्मी ठाकुर पहुंच रहे है।
बता दे कि औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा व भिवाडी में बडी संख्या में हिमाचल के लोग रहते हैं ऐसे में जैसे ही लोगो का पता लगता है हिमाचल मे मशहूर कलाकार आ रहे है तो वे बडी सख्या में उसके भजनो को सुनने पहुंच जाते है।
जानिए कैसे बने गायब
हमीरपुर के तेलकड़ गांव के पम्मी ठाकुर पिता को गाने सुनाते-सुनाते गायक बन गए। इनके पिता भाग सिंह घर आते थे तो पम्मी ठाकुर उन्हें गाना सुनाया करते थे। भाग सिंह पम्मी से कहते थे वे किसी भी काम को करते समय शर्म न करें। इसके बाद पम्मी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।Hindi News
हिमाचल के उपमंडल नादौन के तेलकड़ गांव के पम्मी ठाकुर के गाने हर किसी की जुबां पर हैं। गुरु जी कलम दवात हथ तेरे… गीत ने पम्मी को खासी पहचान दिलाई।
कई राज्योंं में छाए इनके एलबंम
इनकी पहली एलबम रामा ओ रामा थी। पम्मी की शादी हो चुकी है। उनके दो बेटे हैं। जल्द ही उनकी पहाड़ी नाटी नॉन स्टॉप आने वाली है। पम्मी ठाकुर ने कहा उनकी सफलता में परिजनों का योगदान है। वे पंजाब, दिल्ली और मुंबई में स्टेज शो कर चुके हैं। पम्मी ने कहा कि उन्हें बचपन से गाने का शौक है।
सोशल मीडिया पर इस लोकगीत को अभी तक 19 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इस गाने के बाद पम्मी काफी हिट हुए हैं। पम्मी अब तक करीब 15 एलबम निकाल चुके हैं।
वे पंजाब, दिल्ली और मुंबई में स्टेज शो कर चुके हैं। पम्मी ने कहा कि उन्हें बचपन से गाने का शौक है।