Bhiwadi News: सोहना पलवल राष्ट्रीय राजमार्ग 919 पर धारूहेड़ा के पास बने रैम्प और औद्योगिक क्षेत्र की जल निकासी समस्याओं को लेकर शनिवार सुबह भिवाड़ी सर्व समाज का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने अवैध रैम्प को हटाने की मांग की, ताकि भिवाड़ी में जलभराव की समस्या का समाधान हो सके।
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मामले में अंतिम फैसला सर्व समाज पंचायत के विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा। उन्होंने जल निकासी से जुड़े तीन अहम पहलुओं – बरसाती पानी, सीवरेज और औद्योगिक जल – के निस्तारण पर भी सख्त दिशा-निर्देश जारी किए।
उन्होंने औद्योगिक इकाइयों को रासायनिक जल का 100% ट्रीटमेंट सुनिश्चित करने और सीईटीपी की कार्यप्रणाली में सुधार करने के आदेश दिए। बरसाती पानी को रोकने के लिए बाबा मोहनराम पहाड़ पर चेक डैम बनाने और जोहड़ों के संरक्षण पर बल दिया गया।
सीवरेज व्यवस्था को नगर परिषद के अधीन रखते हुए, ट्रीटमेंट को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने और ट्रीटेड पानी की बिक्री की संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया गया। मंत्री ने सूरत मॉडल का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि वहां ₹140 करोड़ का ट्रीटेड पानी बेचा जा सकता है, तो भिवाड़ी में भी ऐसा संभव है।
रेवाड़ी प्रशासन ने मांगा था सात दिन समय: रैंप तोडने को लेकर भिवाड़ी सर्व समाज के लोग 15 जुलाई को रेवाड़ी डीसी मिले थे उनकी ओर से सात दिन समय मांगा गया था यानि अब मंगलवार को दोबारा से बैठक होगी।
भिवाड़ी में जलभराव और प्रदूषण को लेकर जनता में रोष बढ़ता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को रेवाड़ी प्रशासन के साथ होने वाली बैठक में इस मुद्दे पर कोई ठोस निर्णय आ सकता है। यदि समाधान नहीं निकला, तो महापंचायत बुलाकर अगली कार्यवाही की जाएगी।
प्रतिनिधिमंडल में अमर भगत (अध्यक्ष, भिवाड़ी संघर्ष समिति), संदीप दायमा (पूर्व सभापति), डॉ. रूप सिंह (संयोजक, सर्व समाज पंचायत), डॉ. राजेंद्र सिंह, सतपाल दायमा, अजीत पटेल, सूबे सिंह (पार्षद), हवासिंह (पार्षद), श्योराज दायमा, हरीकिशन शर्मा, पदम शर्मा, राजेंद्र दायमा, देवेंद्र बढ़ाता और सेवा सिंह दायमा आदि शामिल रहे। रैम्प का मुद्दा अभी भी अनसुलझा है और सर्व समाज पंचायत आगे की रणनीति तय करेगी।

















