Swami Vivekananda Jayanti: विकसित भारत बनाने में स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रासंगिकता

इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर में छात्र कल्याण विभाग, स्वामी विवेकानंद पीठ एवं स्वामी विवेकानंद केंद्र, रेवाड़ी के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में युवा दिवस मनाया गया

आईजीयू रेवाड़ी में स्वामी विवेकानंद जयंती पर संगोष्ठी आयोजित

Swami Vivekananda Jayanti: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर में छात्र कल्याण विभाग, स्वामी विवेकानंद पीठ एवं स्वामी विवेकानंद केंद्र, रेवाड़ी के संयुक्त तत्वावधान में स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में युवा दिवस मनाया गया जिसमें “भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने में स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता स्वामी विवेकानंद शक्तिपीठ, नारनौल के संस्थापक स्वामी विवेक भारती रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. यादव द्वारा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पण के साथ कुलगीत के द्वारा किया गया।Swami Vivekananda Jayanti

 

कुलपति प्रो. जे.पी. यादव ने स्वामी विवेक भारती का फूलों के गुलदस्ते से स्वागत किया एवं स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर सम्मानित किया।अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग प्रोफेसर करण सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए सभी अतिथियों व युवा विद्यार्थियों का स्वागत किया एवं सभी विद्यार्थियों को युवा जोश एवं सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढ़ते हुए राष्ट्र निर्माण में सहयोग देने के लिए प्रोत्साहित किया।

आईजीयू रेवाड़ी में स्वामी विवेकानंद जयंती पर संगोष्ठी आयोजित
आईजीयू रेवाड़ी में स्वामी विवेकानंद जयंती पर संगोष्ठी आयोजित

प्रोफेसर विजय कुमार ने मंत्र उच्चारण एवं देशभक्ति प्रेरणाओं के साथ विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। मुख्य वक्ता स्वामी विवेक भारती ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित घटित विभिन्न घटनाओं को सभी के साथ साझा किया। उन्होंने विवेकानंद के आध्यात्मिक जीवन, उनके द्वारा मानव कल्याण की भावना, त्याग, समर्पण एवं कार्य शैली को विस्तार पूर्वक बताया।

उनकी अमेरिका यात्रा के सम्मेलन पर आधारित भाषण एवं उनके संबोधन प्रक्रियाओं की विनम्रता को बताया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के अनेक प्रसंगों के बारे में बताया कि किस प्रकार स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को मानव कल्याण के लिए राष्ट्र भावना के साथ प्रेरित किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. यादव ने सभी विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन के संघर्षों के द्वारा प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सभी युवाओं से आह्वान किया कि दृढ़ संकल्प के साथ एक अच्छे दृष्टिकोण को अपनाते हुए जीवन में आगे बढ़े।

अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रोफेसर मंजू परूथी ने भी सभी विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत के साथ शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. रितु बजाज ने स्वदेशी चीजों को अपनाने के लिए सभी युवाओं से आह्वान किया ताकि भारत निर्मित वस्तुओं का उपयोग सुगमता से किया जा सके। निदेशक युवा कल्याण विभाग एवं स्वामी विवेकानंद पीठ इंचार्ज डॉ. रविंद्र ने सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों का धन्यवाद किया और विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

औद्योगिक संबंधित इकाई से डॉ. सुरेश गुप्ता ने भी स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित अपने विचार सभी के साथ साझा किए। स्वामी विवेकानंद की रंगोली छात्राओं मुस्कान, प्रियंका व नेहा के द्वारा बनाई गई जिसके लिए उन्हें कुलपति प्रोफेसर जे.पी. यादव एवं मुख्य वक्ता स्वामी विवेक भारती द्वारा सम्मानित किया गया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर सभी शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मचारियों सहित सभी विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।