रेवाड़ी: सरकारी समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद न होने से किसान परेशान है। ऐसे में मंडी में आए किसानों को को प्राइवेट आढ़तियों को ही बाजरा बेचना पड़ रहा है। कम रेट होने के चलते किसानो को 500 से 600 रूपए प्रति क्विंटल घाटा भुगतना पड रहा है।दशहरा पर्व पर Hero Destini जीतने का सुनहरा मौका, सोशल मीडिया पर लिकं वायरल
बता दे कि मंडी में बाजरे की आवक शुरू हो गई है। मंडी में फिलहाल 1900 रुपए से लेकर 2000 रुपए प्रति क्विंटल तक बाजरा खरीदा जा रहा है। इस बार सरकार ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल बाजरे का समर्थन मूल्य रखा है।
एमएसपी पर खरीद शुरू नहीं होने के चलते किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। मंडी में सितंबर माह में ही 46 हजार क्विंटल से ज्यादा बाजरा खरीद किया जा चुका है।हरियाणा के इन गांवों में 468 एकड़ में बनेगा आईटी पार्क
अब दो दिन से मौसम को देखते हुए आवक में कुछ कमी रही है, लेकिन थमी नहीं है। मौसम के खुलने पर आवक में तेजी की संभावना है।
11 सितंबर से देंगे मंडी में धरना: संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से नई अनाज मंडी में 11 सितंबर से सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक सरकार द्वारा एमएसपी 2500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरे की शीघ्र खरीद नहीं होने को लेकर धरना शुरू किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के नेता रामकिशन महलावत, अशोक कुमार, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के नेता रामकुमार निमोठ, राकेश, जय किसान आंदोलन के नेता पृथ्वी सिंह व जगमाल सिंह की अध्यक्षता में यह प्रदर्शन होगा।
आगेे से नहीं मिले है निर्देश: मार्केट कमेटी के सचिव कहना है कि अभी सरकारी खरीद को लेकर निर्देश नहीं मिले हैं। मौसम साफ हो तो बाजरा लेकर आएं और गेट पास भी कटवाएं। बिना गेट पास के एंट्री न करें।
नरेंद्र सिंह, मार्केट कमेटी सचिव रेवाडी