Haryana News: हरियाणा में शनिवार यानि 5 अक्टूबर को चुनाव है। पोलिंग टीमे अपने अपने बूथों पर पहुंच चुकी है। एक बार फिर हरियाणा की होट सीट बनी अटेली पर सबकी निगाहे टीकी हुई है। चुनाव विशलेष्को का कहना है 47 साल पहले पूर्व सीएम विरेद्र सिंह ने अटेली में परचम लहराया था, वही अब उसकी पोतो उनकी जीत की याद को ताजा करने जा रही हैं
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुछ खास सीटों पर सबकी नजरें हैं। ऐसी ही सीटों में महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट भी शामिल है। ये वही सीट है जहां से कभी मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह जीते थे। इस चुनाव में भी राव राज परिवार की वंशज आरती राव उतरी हैं। आरती केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत (Rao inderjit singh) की बेटी हैं। Haryana News
पूर्व सीएम राव बीरेंद्र सिंह को फिर मिली जीत
बता दे कि 1977, आपातकाल के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होते हैं। 1977 के चुनाव में अटेली में एक बार फिर राव बीरेंद्र सिंह अटेली से चुनाव लडा था। अटेली की सीट तो समझों रामपुरा हाउस की दादा लाई सीट है।
इस चुनाव में विशाल हरियाणा पार्टी के टिकट पर राव बीरेंद्र सिंह ने जनता पार्टी के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह को 12499 वोट से हराया। वही एक बार फिर राव बीरेंद्र सिंह की पोती आरती राव इसी सीट से नया इतिहास रचने जा रही है।
राव इंद्रजीत ने झोकी ताकत: बेटी को भारी बहुमतों से जिताने के लिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने पूरी ताकत झोकी हुई है। हालाकि शुरूआत तो कुछ दिन कुछ लोगो ने इस सीट पर आरती राव की टिकट की बगावत की थी, लेकिन आरती राव ने साफ कर दिया है पहले उसके दादा ने यहां पर परचम लहराया था, अब वह लहराने वाली है।Haryana News
आरती राव ने ये भी दावा किया है उसकी जीत दादा पूर्व सीएम बीरेद्र सिंह से बडी जीत होगी। बडी संख्या में उनकी रैली में पहुंच रही भीड से ये साफ जाहिर है जनता उनके साथ है तथा दादा लाई सीट को दोबारा से उनको सोंपने का तैयार है।