Haryana News : हरियाणा में अन्नदाताओं का प्रशासन शोषण कर रहा है। भावांतर के पैसे व 2023 में कपास-बाजरा के पैसे और 2024 की फसल गेहूं क्षतिपूर्ति और बीमा का मुआवजा अभी तक नहीं मिला। बार बार आश्वसन देकर किसानों को गुमराह किय जा रहा है।
बैठक आयोजित कर बनाई रणनीति
भारतीय किसान यूनियन चढूनी की बैठक रोशन लाल गुलाबपुरा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस मोक पर रणनीति बनाई की आगे यूनियन की ओर से क्या कदम उठाना चाहिए।
समय पर नहीं रही राशि
उन्होंने कहा कि सूखा पड़ने पर मुख्यमंत्री ने जो पैसे डाले थे, वे भी सभी के नहीं आए हैं। इससे किसानों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार किसानों का शोषण कर रही है। जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।
बैठक में ये रहे मौजदू: इस मौके पर प्रधान समयसिंह, हरफूल गुड़ियानी, राजकुमार बाली, कुशाल सैनी गुड़ियानी राजवीर बाबू, सुरेंद्र गोकलपुर, जगदीश गुर्जर, अनूप, , कृष्ण सैनी, श्यामसुंदर थानेदार, ओपी लुहाना व वेद प्रकाश आदि मौजूद रहे।